Big Breaking : एक और रिश्वतखोरी, पहली किस्त लेते हुए आरआई गिरफ्तार

Big Breaking : एक और रिश्वतखोरी, पहली किस्त लेते हुए आरआई गिरफ्तार
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मंदसौर जिले के सीतामऊ नगर परिषद में राजस्व निरीक्षक उदय सिंह राठौर के 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़े जाने की खबर है। पढ़िए पूरी खबर-

मंदसौर। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज के एक एचओडी द्वारा रिश्वत लिए जाने और रंगेहाथों पकड़े जाने की खबर कुछ ही देर पहले लोगों के बीच फैली है, कि इधर मध्यप्रदेश में एक और रिश्वतखोरी की खबर आ गई है।

मंदसौर जिले के सीतामऊ नगर परिषद में राजस्व निरीक्षक उदय सिंह राठौर के 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़े जाने की खबर है। सूचना के मुताबिक, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक मकान स्वीकृत करा देने के एवज में आरआई राठौर ने पीड़ित से 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। उसमें से एक किस्त 5 हजार रुपए लेते हुए राठौर को वेदांत शर्मा के नेतृत्व में पहुंची लोकायोग की टीम ने रंगेहाथों दबोच लिया।

गौरतलब है कि आज ही गांधी मेडिकल कॉलेज में फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. मुरली लालवानी 40 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़े गए हैं। एचओडी अपने डिपार्टमेंट के ही छात्र से एमबीबीएस परीक्षा पास कराने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे। जानकारी मिली है कि डॉ. लालवानी पोस्टमार्टम लीगल फीस के रुप में जमा 1.50 लाख रुपए को मांग रहे थे। उसकी पहली किस्त के रूप में 40 हजार रुपए लेते हुए वे धरे गए। डॉ. लालवानी के संबंध में पीड़ित मेडिकल स्टूडेंट ने शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर सुनियोजित ढंग से लोकायोग की टीम ने छापामार कार्रवाई की, जिसमें डॉ. लालवानी धरे गए। आरोप है कि पीएम लीगल फीस के रूप में जमा रुपयों को डॉ. लालवानी उन्हें देने के लिए दबाव बना रहे थे। न देने पर फेल कर देने की धमकी भी दे रहे थे।

लोकायुक्त ने डॉ. लालवानी को रंगेहाथों पकड़ने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस घटना को लेकर पूरे कॉलेज परिसर में तमाम चर्चाएं तो हैं ही, पूरी राजधानी के चिकित्सकों के बीच भी यह घटना सुर्खियों में हैं। अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि इस कार्रवाई के बाद गांधी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन डॉ. लालवानी के खिलाफ क्या कार्रवाई करने वाला है। प्रबंधन की तरफ अभी तक कोई अधिकृत बयान सार्वजनिक नहीं हुआ है। इस कार्रवाई के बाद स्टूडेंट्स के बीच भी हौसला दिख रहा है। रिश्वत की मांग करते हुए एमबीबीएस स्टूडेंट्स पर अप्रत्यक्ष दबाव बनाने वाले प्रोफेसर्स इस घटना के बाद सकते में हैं।

इधर, मंदसौर में भी एक आरआई के रिश्वतखोरी में पकड़े जाने के बाद मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी को लेकर तमाम चर्चाएं हैं।

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