BJP Ticket Announcement : भाजपा के धुरंदर उतरे मैदान में, कर रहे तीन चौथाई बहुमत की बात

इंदौर। भाजपा धीरे-धीरे अपने पत्ते खोल रही है। भाजपा ने अब इंदौर और सेंवड़ा विधानसभा से भी अपने प्रत्याशी सुनिश्चित कर दिये हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इंदौर में विधानसभा क्रमांक एक से टिकट भाजपा के धुरंदर कैलाश विजयवर्गीय को दे दी है। वहीं दतिया की सेंवड़ा विधानसभा से पूर्व विधायक प्रदीप अग्रवाल पर भरोसा जताया है। इस मौके पर विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उनके लिए यह टिकट एक सरप्राइज़ था। उन्होंने तो चुनाव लड़ने से ही मना कर दिया था लेकिन पार्टी ने निर्णय लिया है तो सोच समझ कर ही लिया होगा। साथ ही उन्होंने इस बार भारतीय जनता पार्टी द्वारा क्लीन स्वीप किये जाने की बात भी कही है। उनका कहना है कि इस बार भाजपा पूरी नौ सीटों पर विजय हांसिल करेगी। इस बार पार्टी तीन चौथाई बहुमत से जीत हांसिल करेगी।
संगठन और अनुशासन पर चुनाव जीती बीजेपी
प्रेस वार्ता के इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह चुनाव कांग्रेस की गलतफहमियां दूर होंगी। बीजेपी संगठन और अनुशासन पर चुनाव जीती है ना कि किसी चेहरे पर। साथ ही उनका कहना है कि विधानसभा में शुक्ला परिवार से मेरे पारिवारिक संबंध हैं, वे हमेशा रहेंगे। लेकिन चुनाव अलग बात है। केवल धार्मिक यात्रा और दिखावे से वे चुनाव नहीं जीत सकते। चुनाव के असली रणनीतिकार अमित शाह हैं, जो कि हर चीज को बारीकी से समझ कर फैसला करते हैं। बीजेपी द्वारा जारी मध्यप्रदेश की इस लिस्ट के पूरे मायने यह है कि इस बार कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा। वे वार्ता के बीच यह भी बोले कि पार्टी और संगठन का निर्णय सर्वोपरि है चुनाव नहीं लड़ने की बात मैने जरूर कही थी, लेकिन पार्टी के निर्णय को स्वीकार करता हूं। बतौर पिता मेरा विचार था कि आकाश ने जनता के बीच अच्छा काम किया है, उसे आगे बढ़ना चाहिए। लेकिन आकाश को टिकट देना है या नहीं यह पार्टी का फैसला है।
सेंवड़ा से भी प्रत्याशी घोषित
वहीं दतिया से खबर आ रही है कि दतिया की सेंवड़ा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। भाजपा ने पूर्व विधायक प्रदीप अग्रवाल पर भरोसा जताया है। प्रदीप अग्रवाल 2013 से 2018 तक दतिया के सेंवड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं। प्रदीप अग्रवाल का परिवार जन संघ से लेकर आज तक भारतीय जनता पार्टी पृष्ठभूमि का परिवार रहा है। आपको बता दें प्रदीप के पिता गुलाब चंद्र अग्रवाल दतिया से जन संघ से विधायक चुने गए थे। प्रदीप अग्रवाल ने अभी तक दो चुनाव लड़े हैं। जिसमें 2008 का चुनाव वह हार गए थे और 2013 में विजई हुए थे। भारतीय जनता पार्टी संगठन में भी प्रदीप तमाम पदों पर रहे हैं। दतिया के सर्राफा परिवार से ताल्लुकात रखने वाले प्रदीप अग्रवाल उनकी विधानसभा क्षेत्र में सौम्य एवं सरल छवि के लिए जाने जाते हैं। 2018 में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदीप को टिकट न देकर राधेलाल बघेल को अपना प्रत्याशी बनाया था। टिकट न मिलने के बाद भी प्रदीप क्षेत्र में अपनी सक्रियता बनाए रहे और क्षेत्र में आना-जाना बरकरार रखा। प्रदीप पर इस बार फिर भाजपा ने फिर भरोसा जताया है। इसका प्रदीप को फायदा भी मिल सकता है।
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