BMHRC अब एम्स के साथ मिलकर करेगा रिसर्च, विशेषज्ञ और संसाधनों का कर पाएंगे उपयोग

भोपाल। बीएमएचआरसी के शोधकर्ता रिसर्च के लिए अब एम्स की रिसर्च टीम की मदद ले सकेंगे। एम्स के विशेषज्ञों का सहयोग और यहां की लैब समेत अन्य आधुनिक मशीन व उपकरणों का उपयोग भी करने के लिए उपलब्ध रहेंगे। यह बात एम्स डायरेक्टर डॉ. अजय सिंह ने शनिवार को बीएमएचआरसी में आयोजित वर्कशॉप के दौरान कही। उन्होंने कहा कि समाज हित के लिए अब दोनों संस्थान मिलकर शोध कार्य करेंगे।
गहन विश्लेषण और समर्पण जरूरी
डॉ. सिंह ने चंद्रयान मिशन का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों के बाद चंद्रयान मिशन में सफलता मिली, उसी तरह शोध के क्षेत्र में गहन विश्लेषण और समर्पण जरूरी होता है। कोविड-19 के समय भारत के वैक्सीनेशन अभियान को विदेशों में सराहा गया। मिलकर रिसर्च में तमाम लक्ष्य पा सकते हैं। बीएमएचआरसी डायरेक्टर डॉ. मनीषा श्रीवास्तव ने बताया कि वर्कशॉप में विभिन्न विभागों के प्रमुखों समेत 80 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख जर्नल ऑफ फिजियोथेरेपी के एडिटर प्रोफेसर मार्क एलकिंस भी इस वर्कशॉप में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। उन्होंने कहा कि सटीक और सफल मेडिकल रिसर्च के लिए की जाने वाली परिकल्पना सांख्यिकीय अनुमान को ध्यान में रखते हुए की जानी चाहिए।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS