बुंदेली बतरस : बुंदेलखंड का साक्षात्कार कराती इस कृति का विमोचन 23 जनवरी को, जुटेंगे साहित्य के कई पुरोधा

बुंदेली बतरस : बुंदेलखंड का साक्षात्कार कराती इस कृति का विमोचन 23 जनवरी को, जुटेंगे साहित्य के कई पुरोधा
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'बुंदेली बतरस' बुंदेली बोली में डॉ मीनू पाण्डेय द्वारा रचित एवं आरिणी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित है। पढ़िए पूरी खबर-

भोपाल। शनिवार दिनांक 23 जनवरी 2021 को हिंदी भवन के महादेवी वर्मा कक्ष में डॉ. मीनू पाण्डेय 'नयन' के बुंदेली काव्यसंग्रह "बुंदेली बतरस" का विमोचन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह की अध्यक्षता करेंगे डॉ. सुरेन्द्र बिहारी गोस्वामी, पूर्व निदेशक, मप्र हिंदी ग्रंथ अकादमी, भोपाल, मुख्य अतिथि हैं पद्म विजय दत्त श्रीधर, संस्थापक माधवराव सप्रे संग्रहालय, भोपाल, विशिष्ट अतिथि हैं रघु ठाकुर, चिंतक, विचारक एवं लेखक एवं सारस्वत अतिथि हैं डॉ. पुष्पेंन्द्र पाल सिंह, प्रधान संपादक, मध्यप्रदेश माध्यम।

इस समारोह में प्रभु दयाल मिश्र, अध्यक्ष, महर्षि अगस्त्य वैदिक संस्थानम, भोपाल एवं मनोज जैन मधुर, वरिष्ठ कवि एवं समीक्षक, कृति की समीक्षा करेंगे। कार्यक्रम का संचालन गोकुल सोनी, वरिष्ठ कथाकार एवं व्यंग्यकार द्वारा किया जाएगा।

बुंदेली बतरस बुंदेली बोली में डॉ मीनू पाण्डेय द्वारा रचित एवं आरिणी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित है। यह एकल काव्य संग्रह है, जिसमें 81 रचनाऐं समाहित हैं। ये रचनाऐं विविध विषयों पर जैसे - बुंदेलखंड के रीति रिवाजों, त्यौहारों, मौसम एवं पर्यावरण नारी सशक्तीकरण जैसे विषयों को केन्द्रित करके लिखी गई है। साथ ही साथ देशभक्ति, देवी देवताओं एवं प्रेरणादायी रचनाओं का भी भंडार है। समसामयिक विषयों पर भी कलम चलाई गई है। नारी मन की व्यथा एवं मन में उत्पन्न आक्रोश को बखूबी रचनाओं के माध्यम से इस पुस्तक में समाहित किया गया है। बुंदेली बोली में लिखीं सभी रचनाऐं अतुलनीय हैं।




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