50 एकड़ में बनना था बटरफ्लाई पार्क, स्मार्ट सिटी ने पीछें खींचे हाथ

50 एकड़ में बनना था बटरफ्लाई पार्क, स्मार्ट सिटी ने पीछें खींचे हाथ
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बटरफ्लाई पार्क का जिम्मा अब वन विभाग के पास, डीपीआर में कई खामियां सामने आई, कई खामियां सामने आई

भोपाल। राजधानी भोपाल के पहले बटरफ्लाई पार्क का जिम्मा अब वन विभाग के पास आ गया है। जबकि इसका पहले भोपाल स्मार्ट सिटी द्वारा किया जाना था। इसको लेकर भोपाल स्मार्ट सिटी ने करीब दस लाख रुपए खर्च कर इसकी डीपीआर तैयार कराई थी। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भोपाल स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट की समीक्षा कराए जाने के निर्देश के बाद यह प्रोजेक्ट से स्मार्ट सिटी ने अपने हाथ पीछे खींच लिये है। दरअसल भोपाल के ईको सिस्टम को बेहतर बनाने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सिटी प्रबंधन ने यह प्रोजेक्ट्स बड़े जोर शोर से तैयार किया था। वन विभाग को दी गई डीपीआर में कई खामियां सामने आई है। जिसमें पार्क के लिए बजट का भी ध्यान नहीं रखा गया है। ऐसे में स्मार्ट सिटी द्वारा बनाई गई डीपीआर पर सवाल खड़े हो रहें हैं।

पार्क में बनने थे 6 जोन: स्मार्ट सिटी के इस मेगा प्रोजेक्ट के लिए एक निजी कंपनी से बटरफ्लाई पार्क के लिए डीपीआर तैयार कराई थी। डीपीआर में पार्क में 6 जोन बनाए गए थे। तितली पार्क, फ्लॉवर पार्क, फूड पार्क जोन, सेल्फी जोन, पार्किंग जोन सहित अन्य जोन तय किए गए थे। लेकिन अब स्मार्ट सिटी ने बजट का हवाला देकर इस प्रोजेक्ट को छोड़ दिया है।

यह था प्लान: तितली पार्क के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव था। इसमें बड़े-बड़े डोम बनाए जाने थे। करीब चार एकड़ जमीन में ये पार्क बनना था। जहां पर तितलियों को रखा जाता। पर्यटक इन डोम के भीतर प्रवेश कर तितलियों को निहार सकते। डोम के भीतर ही पौधे लगाए जाते। दावा किया जा रहा था कि 100 से ज्यादा प्रजाति की तितलियों को पार्क में रखा जाएगा। इनके प्रजनन के लिए विशेष तरह के पौधे जिसमें सदा सुहागन, अकौआ, नीम, पलाश, लेटाना, मीठी नीम, अरंडी, चमेली, मॉल श्री, चांदनी आदि के पौधे लगाने थे। पर्यटकों के लिए विशेष घूमने की सुविधा, जहां से आसानी से तितलियों को देखा जा सकता है।

लगभग 50 एकड़ में बनना था पार्क: जानकारी के मुताबिक बटरफ्लाई पार्क 50 एकड़ में बनना था। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने कलियासोत के पास में जमीन को भी चिंहित कर लिया था। लेकिन शासन स्तर पर स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट की जांच शुरु होते ही इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

बटरफ्लाई पार्क की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई है। स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार कराई गई डीपीआर पर वन विभाग आगे बढ़ेगा। निकुंज श्रीवास्तव, अपर आयुक्त, नगरीय प्रशासन

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