CBI ने रेलवे के अफसर और प्राइवेट कंपनी के जीएम को कोर्ट में किया पेश, 4 दिन की रिमांड पर भेजा

भोपाल। सीबीआई ने रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। सीबीआई के जज धर्मेश भट्ट की कोर्ट में पेश करने के बाद उन्होंने रिमांड पर भेज दिया है। रेलवे के अफसरों और प्राइवेट कंपनी के जीएम से पूछताछ के लिए 28 जुलाई का समय दिया गया है। इसके बाद आरोपियों को फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। पश्चिम मध्य रेलवे और नेशनल हाईवे अथॉरिटी के तीन अधिकारियों ने एक ठेकेदार की डिजाइन की मंजूरी, बकाया बिलों को पास करने के लिए एक लाख रुपए की मांग की लेकिन सीबीआई ने रिश्वत के लेन-देन के दौरान रेलवे के एक टेक्निश्यिन व निजी कंपनी के कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही रेलवे-एनएचए के तीन अधिकारी-कर्मचारी भी पकड़े गए। सीबीआई ने इस मामले में सात लोगों के खिलाफ एफआईआर करते हुए 13 स्थानों पर छापेमारी की है। भोपाल में पदस्थ पश्चिम मध्य रेलवे के उप मुख्य अभियंता संजय कुमार निगम, टेक्निश्यिन पश्चिम मध्य रेलवे राकेश चौकसे, नेशनल हाईवे अथॉरिट के उप महाप्रबंधक और परियोजना निदेशक रामराव दाधे, श्रीजी कंस्ट्रक्शन इंडिया प्रायवेट लिमिटेड के दो कर्मचारी रामसंजीवन पाल और नारायण दास सहित सात आरोपियों के खिलाफ 23 जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी। इसमें आरोप था कि इन लोगों द्वारा एक ठेकेदार की डिजाइन को मंजूरी देने और पुराने बिलों को पास करने के लिए एक लाख रुपए की मांग की थी।
रिश्वत के लेन-देन में दो पकड़े और तीन बाद में गिरफ्तार
सीबीआई ने राकेश चौकसे द्वारा श्रीजी कंस्ट्रक्शन इंडिया प्रा. लिमि. के कर्मचारी से रिश्वत की राशि के रूप में 50 हजार रुपए का जब लेन-देन किया जा रहा था तभी दोनों को पकड़ लिया। इसके बाद तीन अन्य आरोपी संजय कुमार निगम, रामराव दाधे और नारायण दास की गिरफ्तारी की गई। सीबीआई ने भोपाल की सीबीआई की विशेष कोर्ट में आरोपियों को पेश किया जहां से उन्हें 28 जुलाई तक के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS