30 करोड़ के बैकिंग फ्राड मामले में सीबीआई ने दर्ज की तीन एफआईआर, जानिए किन पर हुआ धोखाधड़ी का केस

30 करोड़ के बैकिंग फ्राड मामले में सीबीआई ने दर्ज की तीन एफआईआर, जानिए किन पर हुआ धोखाधड़ी का केस
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मध्य प्रदेश चर्चित कपड़ा उद्योग समूह राजश्री इंडस्ट्री के खिलाफ सीबाआई ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं। बैंक फ्राड और धोखाधड़ी के मामले में महाजन बंधुओं और डायरेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया गया है। सीबीआई से शिकायत करने से पहले बैंक आफ बड़ोदड़ा ने फारेंसिक आडिट कराया था। इस आडिट में खुलासा हुआ कि बैंक का लोन चुकाने के बजाय दूसरी कंपनियों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर कर दिए। फिर बैंक के सामने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया।

भोपाल। मध्य प्रदेश चर्चित कपड़ा उद्योग समूह राजश्री इंडस्ट्री के खिलाफ सीबाआई ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं। बैंक फ्राड और धोखाधड़ी के मामले में महाजन बंधुओं और डायरेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया गया है। सीबीआई से शिकायत करने से पहले बैंक आफ बड़ोदड़ा ने फारेंसिक आडिट कराया था। इस आडिट में खुलासा हुआ कि बैंक का लोन चुकाने के बजाय दूसरी कंपनियों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर कर दिए। फिर बैंक के सामने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया।

आधा दर्जन बैंकों के जरिए लेन-देन

जांच में पाया है कि बैंक आफ बड़ोदड़ा से लोन देने के बाद बिजनेस डील के लिए आधा दर्जन प्राइवेट बैंकों के जरिए लेनदेन किया। जिसके आधार पर सीबीआई ने कैलाश चंद्र महाजन, राजेंद्र, नरेंद्र महाजन, निलेश गांधी और रचित गांधी को बैकिंग फ्राड के ममले में आरोपी बनाया गया है। सीबीआई के मुताबिक महाजन बंधुओं को फंड और गारंटर के तौर पर निलेश गांधी और रचित गांधी को कंपनी में डायरेक्टर बनाया गया। राजश्री इंडस्ट्री के अलावा राजश्री कोटेक्स और फाइबर्स कंपनी में भी शामिल किया गया। बैंक से लिया गए लोन की रकम को चार अलग-अलग कंपनियों के ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद साल 2019 में एनपीए घोषित कर दिया। इसके बाद बैंक ेकी रिकवरी और आडिट विंग ने राजश्री समूह के बैंक खातों की पड़ताल की। इस दौरान बैंक के नियम के उल्लंघन और फ्राड के साक्ष्य मिले। फिर बैंक आफ बड़ोदड़ा के एजीएम ने सीबीआई को मामला सौंप दिया। सीबीआई ने तीन कंपनियों के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है।

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