Cheetah Project in MP : कूनो नेशनल पार्क में नहीं हो पा रही चीतों की देखभाल, दूसरी जगह होंगे शिफ्ट

भोपाल। मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में जब से चीता लाए गए है तब से प्रशासन उनकी सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है। अब कूनो नेशनल पार्क से एक बड़ी खबर निकलकर आ रही है जिसके अनुसार अब चीतों को कूनो से कहीं और शिफ्ट किए जाना है। कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या बढ़ने की वजह से ये फैसला लिया जा सकता है। मध्य प्रदेश के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने कूनो नेशनल पार्क से चीतों को दूसरे स्थान पर तत्काल शिफ्ट करने के लिए अब वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएस कंसोटिया को नोटशीट लिखी है।जिसमें उन्होंने चिंता व्यक्त की है।
जसवीर सिंह चौहान ने कहा कि कूनो से चीतों को शिफ्ट करना जरूरी है, क्योंकि कुछ समय में वहां क्षमता से अधिक चीते हो जाएंगे। ऐसे में उनकी देखरेख करना मुश्किल हो जाएगा और कोई महामारी फैल गई तो चीता प्रजाति पर संकट आ सकता है। चौहान पांच अप्रैल को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) को भी पत्र लिख चुके हैं, जिसका जवाब नहीं आया है। इसी मुद्दे पर मंथन के लिए गुरुवार को चीता टास्क फोर्स की बैठक बुलाई गई है। चीतों की देखभाल के लिए जरुरी है कि उन्हें कहीं और शिफ्ट किया जाए।
उन्होंने यह भी लिखा है कि वर्तमान परिस्थिति की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वनमंत्री विजय शाह और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को भी दी जानी चाहिए, ताकि समय रहते कोई निर्णय लिया जा सके। उनका मानना है कि सात चीतों को तत्काल कहीं और शिफ्ट करने की जरूरत है।
सता रही है ये चिंता
अधिकारी कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है यही वजह है कि वह इसके विकल्प तलाशने में जुट गए है। दरअसल , कूनो का जंगल छह हजार वर्ग किलो मीटर में फैला है। यहां अधिकतम 21 चीते रखे जा सकते हैं और वर्तमान में 17 युवा और चार शावक चीते हैं। इसी माह सभी नर और मादा चीतों को एक साथ बड़े बाड़ों में छोड़ दिया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले तीन से चार महीने में आठ से दस नए मेहमान आ जाएंगे। ऐसा होने पर चीतों का प्रबंधन प्रभावित हो सकता है। वहीं कोई बीमारी फैली तो प्रजाति संकट में आ जाएगी।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS