मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- लोग घरों से निकलें, वोट करें और शहर की सरकार चुने, मप्र में पहले चरण का मतदान जारी, अव्यवस्थाओं की शिकायतें

भोपाल। मध्यप्रदेश के 133 नगरीय निकायों के लिए बुधवार को सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। प्रदेश से 11 बजे तक लगभग 25 फीसदी मतदान होने की खबर है। कही मतदान की रफ्तार धीमी तो कहीं तेज है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लोग घरों से निकलें, वोट करें और शहर की सरकार चुनें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संबल योजना बंद कर गरीबों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महापाप किया और हमने भूमि का अधिकार देकर गरीबों को ताकतवर बनाया है। भोपाल में कलेक्टर अविनाश लवानिया, महापौर प्रत्याशियों मालती राय भाजपा और विभा पटेल, विधायक रामेश्वर शर्मा सहित कई प्रमुख लोगों ने मतदान कर दिया है। भोपाल सहित प्रदेश के कई हिस्सों से मतदान के दौरान अव्यवस्थाओं की खबरें भी आ रही हैं।
मतदान के लिए परेशान रहे लोग
राजधानी में सात साल बाद नगर निगम चुनाव हो रहे हैं, लेकिन शहरवासी अपना मत डालने के लिए खासे परेशान होते रहे। शहरवासियों को वोटर पर्ची नहीं मिलने के कारण खूब दिक्कतें उठानी पड़ी। कई इलाकों में वोटर्स को अपना मतदान केंद्र ढूंढ़ने में बहुत मशक्कत करनी पड़ रही है। यदि मतदाताओं को वोटर पर्ची मिल गई होती, तो उन्हें परेशान नहीं होना होता। इस व्यवस्था के फेल होने के पीछे रहवासी प्रशासन और निर्वाचन आयोग को जिम्मेदार मान रहा है। दरअसल, शहर में वोटर्स पर्ची बांटने के काम मुख्य तौर पर बीएलओ और उनकी मतदान टीम का होता है। लेकिन नगरीय निकाय चुनाव के ठीक कुछ दिन पहले केंद्रीय कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी को लेकर हाईकोर्ट ने आदेश जारी किया, जिसके कारण केंद्रीय कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी हटाकर नए कर्मचारियों को इस काम में तैनात किया गया। इस दौरान शहर के अधिकांश इलाकों के बीएलओ के काम चुनावी काम का बोझ बढ़ गया और चुनाव के पहले वोटर्स पर्ची बांटने का काम सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। वहीं, शहर के कई इलाकों और रहवासियों को पास जो पर्ची पहुंची है, वह अलग-अलग पार्टियों के प्रत्याशी के सहयोग से काम हुआ है, लेकिन यह काम भी ज्यादा संख्या में नहीं हो पाने के कारण लोग परेशान होते रहे।
भाजपा प्रत्याशी ने की समय बढ़ाने की मांग
भोपाल के वार्ड क्रमांक 84 में ईवीएम मशीन खराब होने से मतदान रुका रहा। यहां दो बार खराब हुई मशीन, इंजीनियर सुधारने में जुटे। बैरागढ़ के वार्ड नंबर 5 बूथ नंबर 107 नवयुवक सभा स्कूल में वोटिंग मशीन हुई खराब। आधे घंटे मशीन खराब होने से बाधित रहा मतदान। आधे घन्टे बाद सही हुई ईवीएम मशीन। मशीन खराब होने से लगी लम्बी कतार। कई लोग बिना वोट डाले ही वापस लौटे। भाजपा की महापौर प्रत्याशी मालती राय ने वोटिंग का टाइम बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां मशीन खराब हुई है वहां बढ़ाया जाए वोटिंग का टाइम। वार्ड 5 के पार्षद प्रत्याशी अशोक मारण ने भी आधे घंटे वोटिंग का समय बढ़ाने की मांग की है।
मतदान के दौरान ये भी रहे नजारे
- करोद क्षेत्र के मतदान केंद्रों में भारी भीड़, इधर नारियल खेड़ा, आरिफ नगर, डीआईजी बंगला, पीजीबीटी कॉलेज, काजी कैंप, चौकसे नगर, जेपी नगर, टीला जमालपुरा, पुतलीघर, शाहजहानाबाद के मतदान केंद्रों में धीमी वोटिंग देखने को मिली। मतदान केंद्रों पर इक्का-दुक्का वोटर्स दिखाई पड़े। कोलार में मतदाता परेशान रहे क्योंकि वोटर आईडी कार्ड होने के बाद भी नहीं कर पा रहे मतदान, एक वार्ड से दूसरे वार्ड में भी भटकते रहे मतदाता। भोपाल में कई लोगों के मतदान केंद्र ही बदल गए। इस कारण वोटरों को दिक्कत हुई। वार्ड 83 के कई रहवासियों को वोट डालने के लिए 81 और 82 का मतदान केंद्र मिला।
कोरोना गाइडलाइन की उड़ रही धज्जियां
अयोध्या नगर वार्ड 68 के सेंट थॉमस स्कूल में बने पोलिंग बूथ पर सुबह से वोटिंग करने वालों की लंबी लाइन लग गई। यहां 10 से ज्यादा पोलिंग बूथ पर वोटिंग की व्यवस्था की गई है। लोगों को पर्चियां नहीं मिलने के कारण बूथ से ज्यादा भीड़ पर्ची लेने वालों की लगी दिखाई दी। वही कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पीठासीन अधिकारी अवनीश अग्रवाल ने बताया कि पूरे दिन बैठना होता है और मास्क लगाने से सफोकेशन होता है इसलिए अभी मास्क नहीं लगाए हैं लेकिन कुछ देर के बाद लगा लिए जाएंगे। वोट डालने आने वाले लोगों के साथ ही चुनाव ड्यूटी में लगे किसी भी कर्मचारी या अधिकारी के चेहरे पर मास्क नहीं दिखे और ना ही बूथ के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग जैसी किसी नियम का पालन किया जा रहा है। लगभग ऐसे ही हाल अयोध्या नगर में नवीन स्कूल, नरेला शंकरी और आनंद नगर में बनाए गए पोलिंग बूथ के भी दिखाई दिए हैं।
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