Child Care Home Bhopal : किचन में रखी केन का पानी पीने से बिगड़ी थी बच्चियों की तबीयत

भोपाल। नेहरू नगर स्थित बालिका गृह की 11 बच्चियों की शनिवार रात को अचानक तबीयत बिगड़ने के पीछे कई विभागों के अफसरों ने बालिकाओं के बयान लिए। सभी में एक बात सामने आई है कि पानी पीने के बाद ही तबीयत बिगड़ी। अब सवाल ये है कि बालिका गृह में 28 बच्चियां हैं, इनमें से 13 नाबालिग भी हैं। इनका खाना यहीं किचिन में बनता है, सभी बच्चियों ने खाना खाया, लेकिन तबीयत सिर्फ 11 की बिगड़ी।
बच्चियों की हालत में सुधार, आज हो जाएंगी डिस्चार्ज
पानी में जहरीले पदार्थ की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन केन के पानी में ऐसा क्या मिला था, जिसे पीने के 15 मिनट बाद हालत बिगड़ती गई।
एक कमरे में रहती हैं बालिका गृह की बीमार ये 11 बच्चियां
संयुक्त संचालक अमिताभ अवस्थी ने बालिका गृह में वहां रह रहीं बाकी बच्चियों से बात की। बच्चियों ने बताया कि ये 11बच्चियां एक कमरे में रहती हैं। इनमें से कुछ की विदिशा से दो दिन पहले पॉक्सो एक्ट में आई बच्ची से किसी बात को लेकर बहस हुई थी। जो बच्चियां बेहोश हुईं हैं, उन्होंने किचिन में रखी केन का पानी पिया था, जिसे टंकी के पानी से भरा था। वहीं खाना खाकर आरओ का पानी पीने वाली बच्चियों की हालत ठीक है। दो रसोइयों के भी बयान दर्ज किए गए हैं। जिस टंकी के पानी से केन को भरा था, उसके सैंपल लेकर खाली कर दिया है।
पुलिस की जांच में जहर की पुष्टि नहीं
पुलिस की जांच में भी प्रारंभिक कारण दूषित पानी सामने आ रहा है। रात के खाने के बाद पानी पीने से किशोरियों की तबीयत बिगड़ी और उन्हें जेपी अस्पताल लाना पड़ा। एसीपी टीटी नगर चंद्रशेखर पांडे के मुताबिक दूषित पानी की वजह से ही तबीयत बिगड़ने की बात सामने आई है। किशोरियों से बात करने पर उन्होंने जहर का सेवन नहीं करने की बात कही है। पुलिस इस मामले में खाने पीने की वस्तुओं की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करेगी। रिपोर्ट आने के बाद जरूरी होने पर एफआइआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेंगे।
सोमवार हो जाएंगी डिस्चार्ज: बालिका गृह की बच्चियों की हालत अब खतरे से बाहर है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि सोमवार को सभी बच्चियों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।बतादें कि शनिवार रात बालिका गृह की करीब 11 बच्चियों की तबीयत खराब हो गई थी। उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने पर इन्हें जेपी अस्पताल में भर्ती किया गया था।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS