स्वच्छ सर्वेक्षण में नंबर बढ़ाने के लिए साफ-सफाई और सुंदरीकरण का काम हुआ शुरू

स्वच्छ सर्वेक्षण में नंबर बढ़ाने के लिए साफ-सफाई और सुंदरीकरण का काम हुआ शुरू
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स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में नगर निगम भोपाल को वाटर प्लस और फाइव स्टार रेटिंग मिली है। जिससे भोपाल स्वच्छ शहरों के मामले में छठे नंबर पर आया था। अब इस रैकिंग को सुधारने के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने तैयारी पूरी कर ली है।

भोपाल। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में नगर निगम भोपाल को वाटर प्लस और फाइव स्टार रेटिंग मिली है। जिससे भोपाल स्वच्छ शहरों के मामले में छठे नंबर पर आया था। अब इस रैकिंग को सुधारने के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने तैयारी पूरी कर ली है। फील्ड वेरीफिकेशन में नंबर बढ़ाने के लिए शहर के सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई और सुंदरीकरण का काम शुरु हो गया है। इस बार सबसे पहले जनता से फीडबैक लिया जाएगा। इसके बाद तीन की जगह चार चरणों में सर्वे होगा।

नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि पिछली बार बहुत कंम अंको से भोपाल पीछे रह गया था। देश सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल इंदौर को इसमें 7146 , जबकि भोपाल को 6608 अंक मिले थे। राजधानी के पिछड़ने का मुख्य कारण शत प्रतिशत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का ना होना और सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी थी। ऐसे में नगर निगम इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर संवेदनशील है। चार महीने पहले से ही शहर के वार्डों में साफ-सफाई बढ़ा दी गई है। सार्वजनिक दीवारों व खाली स्थानों पर पेंटिंग कर इसे सुंदर बनाया जा रहा है।

सड़कों की सफाई पर दिया जा रहा ध्यान

सड़कों में गंदगी की वजह से भी पिछले स्वच्छ सर्वेक्षण में भोपाल को अंक मिले थे। इस बार निगम के अधिकारी मुस्तैद हैं। प्रतिदिन सड़क स्वींपिंग मशीन के जरिए मुख्य सड़कों की सफाई कराई जा रही है। बाजारों व अन्य स्थानों पर सफज्ञईकर्मी झााड़ू लगा रहे हैं। गुटके पीक व अन्य गंदगी वाले स्थानों की धुलाई-पुताई की जा रही है।

मार्च में आएगी स्वच्छ सर्वेक्षण की केंद्रीय टीम

अपर आयुक्त एमपी सिंह ने बताया कि अभी डाक्युमेंटेशन का काम चल रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण के पार्टल पर यह डाटा अपलोड करने के बाद फील्ड में सफाई, सीवेज व जलाशयों की सफाई कराई जाएगी। उम्मीद है कि मार्च के पहले या दूसरे सप्ताह में स्वच्छ सर्वेक्षण की केंद्रीय टीम सर्वे करने भोपाल आ सकती है।

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