फिर गिरफ्तार हुए कंप्यूटर बाबा, एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज

इंदौर। कांग्रेस और भाजपा दोनों के शासनकाल में राज्यमंत्री का दर्ज पाने वाले नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा को सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के दौरान पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था। कम्प्यूटर बाबा को जमानत मिलने के बाद पुलिस ने दूसरे मामले में फिर गिरफ्तार कर लिया है। कम्प्यूटर बाबा के खिलाफ मारपीट और जान से मारने का प्रयास करने के संबंध में एफआईआर दर्ज करायी गई है।
आज अम्बिकापुरी एक्सटेंशन निवासी राजेश खत्री पिता रामप्रकाश खत्री ने नामदेव दास त्यागी ऊर्फ कम्प्युटर बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है। बताया गया कि राजेश खत्री और उनके आस-पास के निवासियों ने कम्प्युटर बाबा से उसके अम्बिकापुरी एक्सटेंशन में स्थित आश्रम में अनेतिक गतिविधि रोकने एवं अवैध कब्जा हटाने का कहा गया था।
पुलिस को राजेश खत्री ने बताया कि- मैं एक से ड़ेढ़ माह पूर्व कम्प्युटर बाबा से मिलने गये था और बाबा से कहा उनके आश्रम में हो रही अनैतिक गतिविधियां जिसमें नयी-नयी महिलाओं एवं बच्चियों को आश्रम में लाने एवं आश्रम के बाहर भी उनके साथ अनैतिक कृत्य करते हैं। अपराधिक प्रवृत्ति के लोग उनके संरक्षण में फरारी काटते हैं। इस पर नाराज़ हो कर बाबा ने उसके साथ मारपीट की थी।
जानकारी के मुताबिक कम्प्यूटर बाबा को कल ज़िला कोर्ट में पेश किया जाएगा। कंप्यूटर बाबा की उपस्थिति के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी किया गया है। थाना गांधीनगर में कंप्यूटर बाबा उर्फ नामदेव दास त्यागी के ख़िलाफ़ एससी-एसटी एक्ट का अपराध दर्ज किया गया था। आज गांधीनगर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट जारी करने का न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत किया गया।
न्यायालय ने कंप्यूटर बाबा को कल 14 नवंबर को उपस्थित होने के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी किया। कंप्यूटर बाबा को कल दिनांक 14 नवंबर को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
पुलिस उपमहानिरीक्षक हरिनारायणचारि मिश्र ने बताया कि कल एक सरकारी कर्मचारी की शिकायत पर कम्प्यूटर बाबा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। स्थानीय गांधीनगर थाना पुलिस द्वारा दर्ज इस प्रकरण में बाबा पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट और दुर्व्यवहार करने और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने के आरोप हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कम्प्यूटर बाबा को इससे पहले आठ नवंबर को उनके कब्जे वाली सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान गिरफ्तार किया गया था। तब से ही वे लोक शांति भंग करने और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की आशंका में न्यायिक अभिरक्षा में जेल में बंद थे। कल उन्हें जमानत संबंधी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जमानत मिलने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
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