हरिभूमि-आईएनएच के प्रधान संपादक Dr. Himanshu Dwivedi से साक्षात्कार के दौरान खुलकर बोले कांग्रेस प्रत्याशी Rajendra Bharti

हरिभूमि-आईएनएच के प्रधान संपादक Dr. Himanshu Dwivedi से साक्षात्कार के दौरान खुलकर बोले कांग्रेस प्रत्याशी Rajendra Bharti
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दतिया विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र भारती ने कहा है कि टिकट वितरण में जो कुछ पहले हुआ, वह मायने नहीं रखता, बल्कि जो अंतिम फैसला होता है, वह मायने रहता है।

भोपाल। दतिया विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र भारती ने कहा है कि टिकट वितरण में जो कुछ पहले हुआ, वह मायने नहीं रखता, बल्कि जो अंतिम फैसला होता है, वह मायने रहता है। अवधेश नायक को टिकट वितरण के दौरान मेरे द्वारा जो आरोप लगाए गए, उनसे यदि उन्हें कोई ठेस पहुंची है तो मैं उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं। उन्होंने यह बातें हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी से एक खास साक्षात्कार के दौरान कहीं।

उनसे पूरी बातचीत...

सवाल: कांग्रेस पार्टी ने आपके साथ ऐसा क्यों किया?

जवाब: मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने, इसके िलए कमलनाथ और सभी वरिष्ठ नेता पूरी शिद्दत के साथ मेहनत कर रहे हैं। प्रदेश नेतृत्व ने सभी सीटों के साथ दतिया विधानसभा में भी सर्वे कराया। अन्य एजेंसियों के आधार पर प्राप्त रिपोर्ट के बाद मुझे दतिया सीट पर यह परिवर्तन किया गया है। पहले अवधेश नायक को टिकट मिला और बाद में दूसरी सूची में परिवर्तन हुआ, यह पार्टी का निर्णय है, इस पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगाना चाहिए। हम पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं।

सवाल: जिनका टिकट बदला, उनका कहना है कि राजेंद्र भारती ने षड़यंत्र किया?

जवाब: अवधेश हमारे छोटे भाई जैसे हैं, मुझे भरोसा है वे इस नाते ऐसी कोई बात नहीं कहेंगे, जिससे कांग्रेस पार्टी का कोई नुकसान हो। मैंने और अवधेश नायक ने भी टिकट चाहा था। यह प्रतिस्पर्धा सिर्फ टिकट वितरण तक थी, इसके बाद इस चरण पर यहीं विराम लग गया। हम सभी भाजपा और उसके प्रत्याशी नरोत्तम मिश्रा से चुनावी मैदान में लड़ने जा रहे हैं। नरोत्तम मिश्रा ने जिले में पिछले 15 वर्षों में भय का वातावरण बनाया है।

सवाल: क्या राजेंद्र भारती अपने छोटे भाई पर लगाए आरोपों पर क्षमा मांगेंगे?

जवाब: अवधेश नायक और मैं दतिया के रहने वाले हैं। वे मेरी भावनाओं को समझते हैं और मैं उनकी। अवधेश नायक को टिकट वितरण को लेकर आरोपों से उन्हें यदि ठेस पहुंची है तो उनके प्रति मैं सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करता हूं।

सवाल: नरोत्तम मिश्रा दतिया जिले में जुआ-सट्टा खिलाते हैं, तो उन्हें जनता क्यों चुनती है?

जवाब: जनता नरोत्तम मिश्रा को नहीं चुनती है, बल्कि मिश्रा चुनाव को हायर करते हैं और वे सीधे तौर पर खरीदारी करते हैं। वे अपनी करप्ट प्रक्टिक्स और पैसे की दम पर चुनाव जीतते हैं। अगर उनमें हिम्मत है तो वे बगैर प्रशासन सहयोग और पैसे को छोड़कर चुनाव लड़ें तो वे निश्चित तौर पर हारेंगे।

सवाल: आपने नरोत्तम मिश्रा पर पैसे बांटने का आरोप लगाया तो पैसे से कौन बिकता है?

जवाब: चुनाव आयोग तो सभी नियमों के तहत चुनाव कराता है, लेकिन नरोत्तम मिश्रा इसके विपरीत आचरण करते हैं। करप्ट प्रैक्िटस का उदाहरण 2008 में देखने को मिला था, उन पर 6 केस दर्ज हुए थे। पेड न्यूज का केस भी प्रमाणित है। वोटर लिस्ट से लेकर मतदान और परिणाम घोषित होने तक वे गड़बडि़यां ही करते रहे, इसके बाद वे लगभग 2500 मतों से जीत पाए थे।

सवाल: अभी भी उनके साथ प्रशासन है और उनके पास पैसा भी है, उसके बाद राजेंद्र भारती कैसे जीतेंगे?

जवाब: 2018 के चुनाव में वे ढाई हजार वोटों से जीते थे, इससे आप अंदाजा लगा लीजिए कि वे जनता के सामने बेनकाब हो चुके हैं। अब जनता भाजपा के शासन, प्रशासन और नरोत्तम मिश्रा से छुटकारा चाहती है। कर्नाटक में भाजपा सरकार के बड़े-बड़े मंत्री अपनी जमानत नहीं बचा पाए थे, उसी तरह नरोत्तम मिश्रा की जमानत जब्त होगी।

सवाल: सेवढ़ा के अलावा अन्य विधानसभाओं में कांग्रेस प्रत्याशियों का भारी विरोध हो रहा है?

जवाब : सेवढ़ा में दामोदर यादव द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ जो बयानबाजी की गई, उसकी मैं निंदा करता हूं। अब टिकट वितरण हो चुका है, अब सभी का एक ही लक्ष्य है कि भाजपा को हराना है और कांग्रेस की सरकार बनाना है।

सवाल: दतिया में नरोत्तम मिश्रा ने काफी विकास किया है? जैसे मेडिकल कॉलेज और हवाई अड्डा बना।

जवाब: विकास की परिभाषा में जनता का हित सर्वोपरि होता है। आज भी दतिया में रोजगार नहीं मिलने से यहां का युवा दूसरे शहरों के लिए पलायन कर रहा है। सीवर लाइन और पानी सप्लाई की व्यवस्था दम तोड़ रही है। सड़कें खुदी पड़ी हैं। इनसे सबसे बढ़कर उनका गलत आचरण है, जिनसे जनता परेशान है।

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