Dengue broke record : डेंगू ने तोड़ा बीते साल का रिकाॅर्ड, शहर में 500 तक पहुंचा मरीजों का आंकड़ा

भोपाल। राजधानी में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जा रहा जागरूकता अभियान का भी कोई खासा असर नजर नहीं आ रहा है। इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या ने पिछले साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। गत वर्ष डेंगू के 242 मरीज मिले थे, लेकिन इस वर्ष अभी तक इनकी संख्या 500 के करीब पहुंच गई है। इनमें 220 पुरुष, 180 महिला और 90 बच्चे शामिल हैं। प्रतिदिन डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं, जबकि अभी वर्ष समाप्त होने में ढाई माह शेष हैं। इधर अधिकांश मरीज शहरी क्षेत्र में ही मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी डेंगू से बचाव के लिए घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है।
अभी तक स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा एक हजार 68 हजार घरों का सर्वे किया जा चुका है। इनमें से 30 हजार घरों में लार्वा पाया गया, जिसे नष्ट करने की कार्रवाई की गई। विशेषज्ञों के मुताबिक, डेंगू में मरीज को तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों में दर्द होना, उल्टी आना और मसूड़ों से खून निकलना आदि लक्षण होते हैं। यदि ऐसे कोई लक्षण पाए जाते हैं तो विशेषज्ञ की सलाह लें।
कॉल करने के बाद भी नगर निगम नहीं कर रहा फॉगिंग
आने वाले दिनों में मरीजों में इजाफा हो सकता है। इसकी आशंका इसलिए भी है क्योंकि नगर निगम की ओर की जा रही फॉगिंग को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। यही वजह है कि कॉल करने के बाद भी निगम का अमला इलाकों में फॉगिंग करने नहीं पहुंच रहा है। दरअसल मच्छरों को मारने के लिए निगम की ओर से शहर के अलग-अलग इलाकों में मैदानी टीमों को तैनात किया गया है। इसके लिए इनको 11 बड़ी मशीनें जो चार पहिया वाहनों पर लोड हैं और 15 से ज्यादा हाथ वाली मशीनें भी दी गई हैं।
डेंगू के हॉट स्पॉट क्षेत्र
जीएमसी, शहीद नगर, कोलार, ईदगाह हिल्स, साकेत नगर, पिपलिया पैंदे खां, अशोक गार्डन, कटारा हिल्स, बैरागढ़, लालघाटी, बरखेड़ा।
डेंगू के लक्षण
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुन: वापस भी आ जाते हैं
तेज बुखार
बहुत तेज सिर दर्द
आंखों के पीछे दर्द
उल्टी आना और चक्कर महसूस होना
अपने आसपास स्वच्छता रखें
पानी को किसी जगह इकट्ठा न होने दें
मच्छर मारने वाली मशीन और जाली का उपयोग करें
प्रारम्भिक लक्षणों को अनदेखा न करें
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए लगातार लार्वा सर्वे किया जा रहा है। जिन घरों में दोबारा लार्वा मिलता है, तो जुर्माने की कार्रवाई की जाती है। वहीं जिला मलेरिया अधिकारी अखिलेश दुबे ने कहा है कि हमारी 44 टीमों में 100 से ज्यादा मैदानी अमला डेंगू नियंत्रण कार्य में लगा हुआ है। लगातार डेंगू लार्वा सर्वे किया जा रहा है और डेंगू से बचने के उपाए भी बताए जा रहे हैं।
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