Dengue Case In Bhopal : राजधानी में तेजी से बढ़ रहा डेंगू इस साल अब तक आए 117 केस

Dengue Case In Bhopal : राजधानी में तेजी से बढ़ रहा डेंगू इस साल अब तक आए 117 केस
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बारिश के इस सीजन में अजीब-गरीब स्थिति देखने को मिल रही है। कभी एक-दो दिन बारिश हो रही है, तो फिर एक दम से थम जाती है। इसका असर राजधानी के लोगों के स्वास्थ्य पर देखने को मिल रही है।राजधानी में कई तरह की बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। वहीं, राजधानी सहित प्रदेश में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।

भोपाल। बारिश के इस सीजन में अजीब-गरीब स्थिति देखने को मिल रही है। कभी एक-दो दिन बारिश हो रही है, तो फिर एक दम से थम जाती है। इसका असर राजधानी के लोगों के स्वास्थ्य पर देखने को मिल रही है।राजधानी में कई तरह की बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। वहीं, राजधानी सहित प्रदेश में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से डेंगू के तीन गुना मरीज सामने आ चुके हैं। इसके लिए जेपी अस्पताल में 10 बेड का डेंगू मरीजों के लिए अलग से वार्ड तैयार किया गया है। इसमें मरीजों के लिए मच्छरदानी की भी व्यवस्था की गई है।

दो बच्चे भी इसकी चपेट में आए

जेपी अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड तैयार

डेंगू के मामलों में सिर्फ एलाइजा टेस्ट ही होंगे मान्य

हाई रिस्क जोन हैं साकेत नगर और कोलार

शहर में इस साल अब तक डेंगू के 117 केस आए हैं। यह केस शहर के लगभग ज्यादातर हिस्सों से सामने आए हैं। मगर हाई रिस्क जोन साकेत नगर और कोलार हाई रिस्क जोन हैं। यहां अब तक सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। जेपी अस्पताल में हाल ही में 10 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किया गाया है। जहां बीते सप्ताह दो बच्चों को भर्ती कराया गया था। जिनमें से एक को शुक्रवार और एक को शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया गाया।

एलाइजा टेस्ट ही मान्य

डेंगू के मामलों में सिर्फ एलाइजा टेस्ट ही मान्य है। यह जांच पांच स्थान पर मुफ्त होती है। इसमें एम्स भोपाल, जेपी अस्पताल, जीएमसी, बीएमएचआरसी और संतनगर सिविल अस्पताल शामिल हैं।

मलेरिया विभाग जारी कर चुका है एडवाइजरी

मलेरिया विभाग ने सोमवार को एक एडवाइजरी जारी की थी। जिसमें कहा गया है कि कूलर, गमलों, सकोरों में खास साफ-सफाई रखें। इसके अलावा आसपास जमा पानी में क्षेत्र के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क कर दवा का छिड़काव व फॉगिंग कराएं। दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं। मच्छरदानी का प्रयोग करें, अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इकट्ठा न होने दें, पानी की टंकी पूरी तरह से ढककर रखें और फुल कपड़े पहन कर रखें।

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