dengue cases in bhopal : जेपी अस्पताल में डेंगू ग्रसित मरीज मच्छरदानी का नहीं कर रहे उपयोग

भोपाल। शहर में एडीज मच्छरों का आतंक लगातार जारी है। मच्छरों की यही प्रजाति डेंगू बीमारी फैलाती है। बुधवार को 8 नए डेंगू पॉजिटिव मिले, जिसके साथ इस साल अब तक कुल 322 केस सामने आ चुके हैं। वहीं चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। शहर में चिकनगुनिया के अब तक 95 केस सामने आ चुके हैं। बता दें सितंबर माह की शुरूआत में यह संख्या महज 38 थी।
डेंगू पीड़ितों का मच्छरदानी छोड़ने के पीछे तर्क- मच्छरदानी से लगती है गर्मी
जेपी अस्पताल से लपरवाही की तस्वीर सामने आई है। डेंगू के चलते अस्पताल में भर्ती मरीज मच्छरदानी को साइड कर देते हैं। उनसे जब इसका कारण पूछा गया तो उनका कहना था कि मच्छदानी के अंदर गर्मी लगती है। साथ ही दम घुटने लगता है। मगर उनके मच्छरदानी का उप्योग ना करने से अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों पर डेंगू का खतरा मंडरा रहा है। इसमें सबसे ज्यादा खतरे में मेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीज हैं। क्योंकि डेंगू के लिए बनाया गया वार्ड और मेल सर्जिकल वार्ड एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
हॉटस्पॉट
शहर के लालघाटी, कोहेफिजा, जीएमसी, शहीद नगर, ईदगाह हिल्स, साकेत नगर, एम्स, पिपलिया पेंदे खां, बरखेड़ा, अयोध्या नगर, अशोका गार्डन और कटारा हिल्स
इन बातों का रखें ध्यान
मच्छर भगाने वाली क्रीम और स्प्रे, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
बाहर जाते समय लंबी बाजू की शर्ट और पैंट पहनें।
पानी को घर के पास एकत्रित न होने दें।
गमले, पक्षियों के लिए रखे बर्तन का पानी बार-बार बदलते रहें।
लक्षण- तेज बुखार, ठंड गलना, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, थकान, एठन, शरीर पर लाल चकते
टीम सर्वे कर रही
जिला मलेरिया अधिकारी भोपाल , अखिलेश दुबे ने बताया कि यदि आपको डेंगू बीमारी से संबंधित कोई भी लक्षण है तो तुरंत जांच कराएं। साथ ही डॉक्टर से संपर्क कर बात करें। जल्द ही डेंगू और चिकनगुनिया पर काबू पा लिया जाएगा। हमारी टीम लगातार सर्वे कर रही है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS