काॅलेज की मान्यता के लिए विभाग ने सालभर के लिए खोले दरवाजे

भोपाल। प्रदेश में प्राइवेट काॅलेज खोलने वालोें के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने पूरे साल के लिए मान्यता और नवीनीकरण के लिए अपना पोर्टल खोल दिया है। कॉलेज संचालक नए कॉलेज खोलने एवं पुराने कॉलेज की मान्यता का नवीनीकरण कराने के लिए 30 सितंबर 2022 तक आवेदन कर सकते हैं। निजी काॅलेजों की संख्या बढ़ने से पढ़ाई का ढर्रा पहले ही पटरी से नीचे उतर रहा है। अब अगर ऐसे में दोबारा मान्यता का पोर्टल सालभर खुलने से फिर प्राइवेट काॅलेजों की बाढ़ आएगी।
विभाग ने इसके लिए मार्गदर्शिका भी जारी कर दी है। इस संबंध में विभाग के स्पष्ट आदेश हैं कि कॉलेज संचालक यदि तय तारीख तक आवेदन के साथ मान्यता शुल्क जमा नहीं करते हैं तो उन्हें एनओसी जारी नहीं की जाएगी। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने पिछले दिनों निजी कॉलेजों को साल भर मान्यता देने की घोषणा की थी। मंत्री की घोषणा के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने मार्गदर्शिका जारी कर दी है। अभी तक विभाग द्वारा मान्यता के लिए एक निश्चत समय के लिए ही पोर्टल खोला जाता था। इस कारण कई कॉलेज तय समय सीमा में आवेदन नहीं कर पाते थे और इन लोगों को कॉलेज खोलने या मान्यता नवीनीकरण के लिए साल भर इंतजार करना होता था।
इस साल मिले थे 46 नए प्रस्ताव, 27 को जारी की थी एनओसी
शासन का मानना है कि मान्यता का काम यदि साल भर होगा तो प्रदेश में निजी कॉलेजों की संख्या बढ़ेगी, जिसका लाभ छात्र-छात्राओं को होगा। मालूम हो कि सत्र 2021-22 के लिए उच्च शिक्षा विभाग को करीब 46 प्रस्ताव मिले थे। उनमें से विभाग ने 27 सोसायटी को कालेज खोलने के लिए एनओसी जारी की थी। शेष 19 सोसायटी के दस्तावेज पूर्ण नहीं होने के कारण उन्हें अमान्य करते हुए खारिज कर दिया था। भोपाल में कॉलेज खोलने के लिए सात आवेदन प्राप्त हुए थे। इसमें से तीन आवेदन को अमान्य कर दिया गया था। शेष तीन कॉलेजों को विभाग ने एनओसी जारी कर दी थी। दस्तावेज पूर्ण न होने सहित अन्य कारणों से जिन कॉलेज के आवेदन विभाग ने निरस्त कर दिए थे, वे अब आवेदन कर सकते हैं।
लाॅक डाउन में मिले थे 14 प्रस्ताव कर दिए थे खारिज
वर्ष 2020-21 में मार्च में विभाग को 14 प्रस्ताव मिले थे। मार्च में लॉकडाउन लगने के बाद विभाग ने सभी प्रस्ताव खारिज कर दिए थे। विभाग ने सिर्फ 15 नवंबर तक आए आवेदनों को स्वीकृत किया था। शेष आवेदनों को आगामी सत्र के लिए छोड़ दिया था। नए कॉलेज, नयी संकाय, नए विषय और सीटों में बढ़ोतरी करने विवि मापदंडों का पालन कराने निरीक्षण करती है। इसमें विभाग की तरफ से एक सदस्य शामिल किया जाएगा। अब विभाग और विवि की तरफ से एक-एक टीम काॅलेज पहुंचकर निरीक्षण करेगी।
2014 में बंद हुए थे 100 प्राइवेट काॅलेज
थोक में खुले निजी काॅलेज विभाग के नियमों पर खरे नहीं उतरे तो तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री उमा शंकर गुप्ता ने वर्ष 2014-15 में 100 काॅलेजों की मान्यता खत्म कर उन्हें बंद कर दिया था। हालांकि उसके बाद भी नवीन काॅलेज के लिए मान्यता का सिलसिला जारी रहा। वर्तमान में प्रदेश में सरकारी और गैर सरकारी मिलाकर 1301 काॅलेज संचालित हैं। इनमें 800 प्राइवेट काॅलेज हैं जबकि 513 काॅलेज सरकारी काॅलेज हैं। भोपाल जिले में 100 प्राइवेट काॅलेज हैं। जबकि 400 काॅलेज बरकउल्ला विश्वविद्यालय से संबंद्ध हैं।
2014 में बंद हुए थे 100 प्राइवेट काॅलेज
थोक में खुले निजी काॅलेज विभाग के नियमों पर खरे नहीं उतरे तो तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री उमा शंकर गुप्ता ने वर्ष 2014-15 में 100 काॅलेजों की मान्यता खत्म कर उन्हें बंद कर दिया था। हालांकि उसके बाद भी नवीन काॅलेज के लिए मान्यता का सिलसिला जारी रहा। वर्तमान में प्रदेश में सरकारी और गैर सरकारी मिलाकर 1301 काॅलेज संचालित हैं। इनमें 800 प्राइवेट काॅलेज हैं जबकि 513 काॅलेज सरकारी काॅलेज हैं। भोपाल जिले में 100 प्राइवेट काॅलेज हैं। जबकि 400 काॅलेज बरकउल्ला विश्वविद्यालय से संबंद्ध हैं।
काॅलेजों पर एक नजर
- 1301 कुल सरकारी और निजी काॅलेज
- 800 प्राइवेट काॅलेज
- 100 प्राइवेट काॅलेज भोपाल जिले में खुले
- 400 प्राइवेट काॅलेज बरकतउल्ला विवि से संबंद्ध
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