Free Mahakal Darshan : हफ्ते में अब 4 दिन फ्री दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु, जानें क्या है महाकालेश्वर मंदिर की नई व्यवस्था

भोपाल : महाकाल मंदिर समिति द्वारा श्रद्धालुओं के हित में बड़ा फैसला किया गया है। जिसके अनुसार अब श्रद्धालुओं को हफ्ते में 4 दिन फ्री में दर्शन कराए जाएंगे। जिसके लिए समिति द्वारा सारी तैयारी कर दी गई है। जिसकी वजह से अब श्रद्धालुओं को महादेव के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े होने की जरुरत नहीं। बता दें कि महाकाल की नगरी उज्जैन में अक्सर महादेव के दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर दूर से पहुंचते है। कई बार ऐसा भी होता है कि भक्तों को दर्शन के लिए घंटों इंतज़ार करना पड़ता है। जिसको देखते हुए मंदिर के समिति द्वारा यह फैसला लिया गया है।
हफ्ते में 4 दिन दी होंगे फ्री दर्शन
इसके साथ ही यह सुविधा हफ्ते में 4 दिन दिन दी जाएगी, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक भक्तों को गर्भगृह में नि:शुल्क दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है, जबकि सुबह 7.30 बजे से दोपहर 12 बजे और शाम 6 से रात 8 बजे तक दर्शन के लिए फीस तय की गई है। इस समय में दर्शन के लिए 750 रुपए चुकाने होंगे। इसके अलावा, भस्म आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवाने के लिए प्रति व्यक्ति 200 रुपए शुल्क निर्धारित है।
शनिवार, रविवार, सोमवार को 750 देना है चार्ज
इसके साथ ही महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक ने बताया कि श्रद्धालुओं को मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को निशुल्क दर्शन के लिए गर्भ गृह में प्रवेश दिया जाता है। इसके अलावा शनिवार, रविवार, सोमवार को 750 प्रति श्रद्धालुओं की रसीद कटवाने पर ही मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश दिया जाता है।
तत्काल दर्शन के लिए 250 रुपए शुल्क
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शीघ्र दर्शन की सुविधा भी उपलब्ध है। अगर भक्त जल्दी दर्शन करना चाहते हैं, तो वे 250 रुपए का शीघ्र दर्शन टिकट खरीदकर लंबी लाइन से बचकर शीघ्र दर्शन का लाभ ले सकता है। समिति उन्हें विशेष द्वार से मंदिर में प्रवेश देती है और वे कम समय में भगवान महाकाल के दर्शन कर सकते हैं।
श्रद्धालुओं के हित में मंदिर प्रशासन का बड़ा फैसला
महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोग के निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. इसी के चलते महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन कराने को लेकर बड़ी व्यवस्था की गई है। अभी मंदिर परिसर में निर्माण कार्य चल रहा है जिसके कारण स्थानीय लोगों को अलग से दर्शन कराया जाना मुश्किल है।
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