कोरोना संक्रमण को मात दे चुका हर पांचवा मरीज अवसाद, अनिंद्रा व एंजायटी से परेशान, बुजुर्गों के साथ युवा भी पीड़ित, जानिए क्या बरतें सावधानी

भोपाल। कोरोना संक्रमण को मात दे चुका हर पांचवा मरीज अवसाद, अनिंद्रा व एंजायटी से परेशान है। महामारी के बाद शहर में मनोरोगियों की संख्या में अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है। चिकित्सकों के मुताबिक सरकारी अस्पतालों की ओपीडी और क्लीनिकों पर ऐसे मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। मनोरोगियों में पहले बुजुगों की संख्या अधिक थी लेकिन अब युवा भी इस बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं। अक्सर युवा अपनी परेशानियां दूसरों से साझा नहीं कर पाते इस वजह से जल्दी अवसाद के शिकार हो रहे हैं। एकल परिवार में रहने वाले दंपती में विवाद ज्यादा होते हैं। इसके चलते उनके अवसाद से पीड़ित होने की आशंका ज्यादा होती है।
मरीजों में दिख रहे ऐसे लक्षण
- घबराहट, बैचेनी व उदास होना
- काम करने की इच्छा कम होना
- जल्द थकान होना
- दिल की धड़कन व सांस तेज हो जाना
- मुंह सूखना
- सिर में भारीपन होना
- नींद में कमी होना
- नकारात्मक व खुद को नुकसान पहुंचाने के विचार आना
सावधानियां, बचाव
- चिकित्सक से मिलकर काउंसलिंग ले अपनी परेशानी बताएं।
- प्रतिदिन व्यायाम, प्राणायाम व योगा करें।
- दिनचर्या नियमित रखें।
-पर्याप्त नींद लें।
- मादक पदार्थ का सेवन न करें।
काम छूटने, आर्थिक नुकसान के कारण बढ़ा तनाव
कोविड के बाद अवसाद वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। किसी का काम छूट गया है। तो किसी के घर पर तनाव हुआ। कोविड में स्वजनों की मौत के कारण कई लोग तनाव के कारण अवसाद में रहे। कुछ लोगों को कोविड बीमारी होने का डर या यह घबराहट भी हुई बीमारी ठीक नहीं हुई है। यही वजह है कि कोविड के बाद लोगों में चिड़चिड़ापन भी बढ़ा है।
डॉ रूमा भट्टाचार्य, मनोरोग विशेषज्ञ
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