पूर्व सीएम उमा भारती का शिवराज को पत्र- मेरा पत्थर प्रदेश की महिलाओं-बच्चियों के सम्मान के लिए

पूर्व सीएम उमा भारती का शिवराज को पत्र- मेरा पत्थर प्रदेश की महिलाओं-बच्चियों के सम्मान के लिए
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आज पूर्व सीएम उमा भारती ने अपने पत्थरफेंक आंदोलम को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने महिलाओं और बच्चियों के हक की बात कहीं है।

भोपाल। आज पूर्व सीएम उमा भारती ने अपने पत्थरफेंक आंदोलन को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने महिलाओं और बच्चियों के हक की बात कहीं है। उमा ने सीएम को पत्र में लिखा है कि मैंने डेढ साल पहले आपसे चर्चा की थी और आपकी तरफ से सकारात्मक जवाब मिला था कि मैं इस जागरुकता अभियान करुं और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी इसी तरह का मिलता जुलता जवाब दिया था। मेरा मानना है कि शराबबंदी की पहल पहले मप्र सरकार करे और समाज सरकार का साथ दें, क्योंकि सरकार की रजामंदी से ही दुकानें खोली जाती हैं। गंगा यात्रा के बाद मैंने आपने मिलना का समय मांगा, लेकिन आप ही सम्मान पूर्वक मुझसे मिलने आए। आपने मुझे सुझाव दिया था कि नशा मुक्ति और शराबबंदी को लेकर सामाजिक अभियान चलाया जाए, जिसमें सरकार भी साथ देगी। उमा ने आगे लिखा है कि मैं रविवार को भोपाल के बरखेड़ी पठानी के आजाद नगर गई, जहां बस्ती, स्कूल और मंदिर के आसपास शराब दुकानें बनी हुई हैं, जिसके विरोध में यहां की महिलाएं कई बार धरना- प्रदर्शन और शिकायतें कर चुकी हैं। पिछले 3 साल से हर बार प्रशासन आश्वासन देता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। महिलाओं ने मुझे बताया कि जब भी बच्चियां या महिलाएं बाहर जाती है तो पुरूष शराब पीकर उनकी तरफ देखकर लघुशंका करते हैं। इतना सुनने के बाद मैं तुरंत मुड़ी और शराब की दुकान पर एक पत्थर दे मारा। सरकार को तुरंत ही निषिद्ध और वर्जित जगहों पर स्थित शराब दुकानों और आहातों को बंद कर देना चाहिए।वही मैं भी एक महिला हूं और महिलाओं के सम्मान के लिए मैंने यह किया। मैं आपकी बात से सहमत हूं कि सामाजिक सस्थाएं और सरकार जागरुकता अभियान चलाएंगी तो मैं भी समर्थन करुंगी।

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