इंडिया मार्ट पर काली मिर्च बेचने के नाम पर 6.94 लाख रुपए की धोखाधड़ी, अंतर्राज्यीय ठग मिर्जापुर से गिरफ्तार

इंडिया मार्ट पर काली मिर्च बेचने के नाम पर 6.94 लाख रुपए की धोखाधड़ी, अंतर्राज्यीय ठग मिर्जापुर से गिरफ्तार
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नोएडा, लखनऊ व मिजार्पुर में किराये के मकान लेकर साइबर ठगी का काम करता था आरोपी, पुलिस ने फ्रॉड के खाते के 5,72,000 रुपए फ्रीज करा दिए थे, जो फरियादी को मिलेंगे।

भोपाल। इंडिया मार्ट पर काली मिर्च बेचने के नाम पर भोपाल के एक व्यापारी से 6.94 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय ठग को उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर से गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को इस मामले का खुलासा पुलिस ने किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ठग आसिफ उर्फ मोहम्मद इरफान निवासी अर्जुनपुर थाना कोतवाली देहात जिला मिजार्पुर मात्र 12वीं तक पढ़ा है और नोएडा मे फेक्ट्री में काम करना बताता है। भोपाल डीआईजी इरशाद वली ने इस बड़ी ठगी को जल्द ट्रैस करने के निर्देश साइबर के एएसपी अंकित जायसवाल को दिए थे। खास बात है कि पुलिस ने फ्रॉड के खाते के में 5,72,000 रुपए फ्रीज करा दिए थे, जो फरियादी को मिलेंगे।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक साइबर क्राइम ब्रांच में आवेदक जितेन्द्र सक्सेना निवासी भोपाल ने शिकायत की थी कि इंडिया मार्ट पर जीजे ट्रेडर्स नामक फर्म के संचालक तरुण कुमार से काली मिर्च खरीदने के लिये संपर्क किया गया था। जिससे फोन पर तरूण कुमार से 2 टन काली मिर्च खरीदने की बात हुई। जिसमें फरियादी को 340 रुपए प्रति किलो के हिसाब से 2 टन काली मिर्च खरीदने का सौदा तय हुआ। फिर जीजे ट्रेडर्स व शिवालिक ट्रेडर्स नामक फर्म के 2 विभिन्न बैंक खातों में फरियादी से कुल 6,94,000 रुपए धोखाधड़ी पूर्वक जमा करवा लिये। बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खाता व मोबाइल नंबरों के उपयोगकतार्ओं के विरूद्व आईपीसी की धारा 420 का केस कायम कर विवेचना तेज की गई।

वारदात का तरीका :

- आरोपी इंडिया मार्ट में अपने मोबाइल नंबर जीजे ट्रडर्स के नाम से रजिस्टर्ड कराता है और व्यापारियों के द्वारा माल खरीदने के लिये संपर्क करने पर उनसे सौदा तय कर लेता था।

- सौदा तय होने पर 50 प्रतिशत राशि एडवांस पेमेंट करने के लिये कहता था और पेमेंट होेने पर फर्जी बिल व ट्रांसपोर्ट की फर्जी बिल्टी व्यवसायी को व्हाट्सअप पर भेज कर शेष राशि का भुगतान करने का कहता था।

- व्यवसायी के द्वारा भुगतान करने पर व्यवसायी का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देता था, ताकि व्यवसायी पुन: संपर्क नहीं कर सके। आरोपी द्वारा 1-2 लोगों के साथ धोखाधडी करने के बाद सिम तोड़कर फेंक दी जाती थी ताकि आरोपी पुलिस की गिरफ्त में न आ सके।

- आरोपी इस तरह की वारदात करने का तरीका नोएडा में रहकर सीखा। आरोपी द्वारा धोखाधड़ी से प्राप्त किये गये रूपयों का प्रयोग आलीशान मकान गाड़ी व अन्य सुख-सुविधाओं में किया जाता है।

- आरोपी द्वारा किये गये अन्य अपराधों की जानकारी प्राप्त की जा रही है। आरोपी द्वारा 10-15 हजार रुपए में खाता धारकों से बैंक खाता खरीदा जाता था। आरोपी द्वारा अभी तक लगभग 10 बैंक खातों का उपयोग ठगी करने में किया गया है।

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