MP Crime : मानव तस्करी के साथ अनचाहा गर्भ खरीदता था गिरोह, हुआ भांडाफोड़, सामने आए और भी धंधे

भोपाल। अपहरण करने वाले गिरोह से एक और खुलासा पुलिस ने किया है। अपहरण कर मानव तस्करी करने वाले गिरोह का एक और धंधा पुलिस की पूछताछ में सामने आया है। दरअसल, गिरोह उन महिलाओं और युवतियों की जानकारी जुटाता था, जिन्हें अनचाहा गर्भ हो गया है।
ऐसी युवतियों और महिलाओं से गिरोह के सदस्य बीस से तीस हजार रुपए में बच्चा खरीद लिया करते थे। इन बच्चों को जरूरतमंदों को बेच दिया जाता था। इसके लिए गिरोह के सदस्यों ने अपने रिश्तेदारों को भी काम पर लगा दिया था। रिश्तेदार ऐसी युवतियों और महिलाओं पर नजर रखते थे, जो लिव इन रिलेशन में रहती हैं। गर्भपात और कानूनी कार्रवाई से बचने महिलाएं गिरोह को बच्चा आसानी से बेच दिया करती थी। यह खुलासा पुलिस द्वारा सुनी गई कॉल रिकार्डिंग से हुआ। गिरोह के मास्टरमाइंड अर्चना सैनी और उसके पति निशांत के मोबाइल कॉल रिकार्डिंग सुनने से पता चला कि दोनों अपने-अपने रिश्तेदारों, पहचान के लोगों को इस तरह की महिलाओं-युवतियों के बारे में अक्सर जानकारी लेते रहते थे।
पुलिस को मिली कॉल रिकार्डिंग
अर्चना से पूछताछ में पता चला कि 8 साल से वह फरीदाबाद की कथित डॉक्टर के संपर्क में है। उसी डॉक्टर ने उसे ढाई साल की बच्ची अमीरो, तीन महीने की बच्ची ऐंजल को दिया है। महिला डॉक्टर की तलाश के लिए पुलिस की टीम दिल्ली गई हुई है। पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि कर्फ्यू वाली माता मंदिर से दो सगी बहनों को अगवा करने के बाद अर्चना की फरीदाबाद की डॉक्टर से मोबाइल पर बातचीत की थी। उसकी कॉल रिकार्डिंग पुलिस को मिली है। वह महिला डॉक्टर से कह रही कि मिशन कंपलीट, टैक्सी का भाड़ा अधिक लग रहा है। इसका पुलिस यह मायने निकाल रही कि अर्चना बच्चियों को सड़क मार्ग से लेकर दिल्ली जाने वाली थी। इससे पहले पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल से वीडियो मिले हैं। इनमें एक वीडियो में अर्चना कर्फ्यू वाली माता मंदिर से अगवा 11 माह की दीपावली को बेरहमी से मारपीट करती हुई दिख रही है।
डीजीपी को दी जानकारी
गिरोह का भंडाफोड़ करने वाली टीम को डीजीपी ने गुरुवार को सराहा और प्रकरण की जानकारी ली। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने गिरोह के बारे में डीजीपी को जानकारी दी। कमिश्नर के अलावा क्राइम ब्रांच डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी, एडिशनल डीसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान डीजीपी से मिले और प्रकरण के प्रत्येक पहलुओं की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि शनिवार सुबह करीब 10 बजे कोतवाली स्थित कर्फ्यू वाली माता मंदिर के बाहर से गिरोह ने कन्याभोज में ले जाने का कहकर दो 11 महीने और आठ साल की सगी बहनों का अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद पुलिस ने इंग्लिश विला में दबिश देकर अपहरणकर्ताओं से दोनों बच्चियों को सकुशल बरामद किया था। इसके अलावा दो अन्य बच्चियां भी अपहरणकर्ताओं के पास मिली थी। पुलिस ने मामले में अपहरणर्ता गुड़गांव, हरियाणा निवासी अर्चना सैनी (38), मूलत: केरल निवासी उसके पति निशांत (32), बेटे सूरज (18), सूरज की गर्लफ्रेंड मुस्कान बानो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
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