महंगी गाड़ियां फाइनेंस कराने के बाद हो जाते थे फरार, भोपाल में पकड़ाया ठगों का गैंग

भोपाल। पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर महंगे-महंगे वाहनों को फाइनेंस कराकर फरार होने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस के मुताबिक गिरोह का सरगना और सभी सदस्य राजस्थान के रहने वाले हैं। फाइनेंस कंपनियों को ठगने के लिए इन्हें तीन-तीन मकान भी किराए पर लिए थे। गिरोह के अन्य सदस्यों की खोजबीन के लिए पुलिस, क्राइम ब्रांच की टीम के साथ जांच कर रही है।
अब तक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपने घोटाले और आर्थिक गड़बड़ियों के मामले सुने होंगे, लेकिन भोपाल पुलिस ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है जिसे सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। यह मामला भोपाल के गांधी नगर थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया किया है। यह गिरोह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर महंगे-महंगे वाहनों को फाइनेंस कराने के बाद फरार हो जाता था। फर्जी दस्तावेजों के कारण इनको पकड़ पाना भी किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरोह का सरगना और सभी सदस्य राजस्थान के रहने वाले हैं। फाइनेंस कंपनियों को ठगने के लिए इन्हें तीन-तीन मकान किराए पर लिए थे, जिस नाम से मकान किराय पर लिए वह भी फर्जी ही थे।
शातिर ठगों का यह गिरोह पहले तो शो-रूम से छोटे वाहन खरीदी के लिए फाइनेंस कराता था। इनकी किस्तें भी समय पर भरी जाती थी ताकि विश्वास जीता जा सके। इसके बाद फर्जी दस्तावेजों के आधार पर क्रेटा, फॉर्च्यूनर जैसी महंगी गाड़ियों को फाइनेंस कराने के बाद यह गिरोह शहर से रफूचक्चर हो जाता था। इतना ही नहीं फर्जी दस्तावेजों की जांच-पड़ताल न हो सके, इसके लिए गिरोह शो-रूम की सहयोगी कंपनियों से ही फाइनेंस कराता था। पुलिस ने बबलू सिंह राजपूत उर्फ रामदयाल मीणा और इमरान खान उर्फ रामकेश गुर्जर को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पचास लाख रुपये कुल कीमत की फाइनेंस कराई गई फोर व्हीलर भी बरामद किया गया है। इसके अलावा भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और अन्य कागजात भी जब्त किए हैं। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की खोजबीन के लिए क्राइम ब्रांच की टीम के साथ जांच कर रही है। साथ ही राजस्थान पुलिस को इन शातिरों की सूचना पहुंचा दी गई है।
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