जियोलॉजिकल और पुरातात्विक टीम ने किया उज्जैन के महाकाल शिवलिंग का सर्वे

जियोलॉजिकल और पुरातात्विक टीम ने किया उज्जैन के महाकाल शिवलिंग का सर्वे
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विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के शिवलिंग परीक्षण के लिए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) और जिओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) के आठ सदस्यों की टीम बुधवार को उज्जैन पहुंची। टीम ने मंदिर पहुंचकर शिवलिंग की स्थिति का आंकलन किया। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की गोलाई, ऊंचाई नापने के साथ ही शिवलिंग पर चढ़ाई गई सामग्री और जल का सैंपल भी लिया

जियोलॉजिकल और पुरातात्विक टीम ने किया उज्जैन के महाकाल शिवलिंग का सर्वे

उज्जैन। महकाल वन एवं स्मार्ट सिटी के मद्देनजर महाकालेश्वर मंदिर (mahakaleshwar temple in ujjain) में तमाम निर्माण कार्य चल रहे हैं ,ऐसे में मंदिर स्ट्रक्चर और शिवलिंग में बदलाव की परिस्थितियों का सर्वे करने के लिए समय-समय पर जियोलॉजिकल (geological) और पुरातात्विक (archaeological) टीम उज्जैन आकर निरीक्षण करती रहती है। उसी तारतम्य में बुधवार को भी टीम के सदस्य उज्जैन आए । विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के शिवलिंग परीक्षण के लिए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) और जिओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) के आठ सदस्यों की टीम बुधवार को उज्जैन पहुंची। टीम ने मंदिर पहुंचकर शिवलिंग की स्थिति का आंकलन किया। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की गोलाई, ऊंचाई नापने के साथ ही शिवलिंग पर चढ़ाई गई सामग्री और जल का सैंपल भी लिया। टीम ने परिसर के ओंकारेश्वर और नागचंद्रेश्वर मंदिर की स्थिति का भी आंकलन भी किया। दोनों विभागों की संयुक्त जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश की जाएगी। इससे पहले संयुक्त दल पिछले साल अक्टूबर में आया था। ज्योतिर्लिंग के क्षरण के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दोनों टीमें हर साल मंदिर की जांच कर रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट (supreme court) को सौंपती हैं।

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