छात्रा ने फांसी लगाकर दी जान, आत्महत्या का कारण अज्ञात

छात्रा ने फांसी लगाकर दी जान, आत्महत्या का कारण अज्ञात
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करीब दस साल पहले मां की मृत्यु होने के बाद छात्रा चार बहन-भाई और पिता के साथ रह रही थी। अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पीएम के बाद परिजन को सौंप दिया है।

भोपाल। बागसेवनिया स्थित सब्जी मार्केट, गणेश मंदिर के पास नवीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कारण का खुलासा नहीं हो सका है। करीब दस साल पहले मां की मृत्यु होने के बाद वह चार बहन-भाई और पिता के साथ रह रही थी। अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।

एसआई सुरेश सिंह ने बताया कि खुशी सिंह राजपूत पिता आजाद सिंह राजपूत (15) मकान नंबर-431, गणेश मंदिर के पास बागसेवनिया में रहती थी। खुशी के पिता प्राइवेट काम करते हैं। उनकी पत्नी का निधन करीब दस साल पहले हो चुका है। परिवार में पिता आजाद सिंह के अलावा खुशी की दो बहनें और भाई रहता है। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और वह अपने परिवार के साथ रहती है। शुक्रवार सुबह खुशी की बड़ी बहन कॉलेज चली गई थी, जबकि पिता काम पर चले गए थे। घर पर खुशी छोटा भाई और बहन थी। सुमित और बहन मोहल्ले में थे। इस दौरान खुशी ने फांसी लगा ली। दोपहर करीब 12 बजे भाई सुमित और बहन घर पहुंचे तो उन्होंने खुशी को रस्सी के फंदे पर लटका देखा था। उनकी चीख पुकार सुनकर पड़ोसी घर पहुंचे और खुशी को फंदे से उतारकर एम्स पहुंचाया। वहां खुशी को मृत घोषित कर दिया गया।

गुस्से में अक्सर रूठ जाती थी खुशी

एसआई सिंह के अनुसार खुशी के पिता आजाद सिंह ने पुलिस को बताया कि खुशी अमराई स्थित शासकीय स्कूल में नवीं कक्षा में पढ़ती थी। मां की मौत के बाद बड़ी बहनों ने उसकी परवरिश की है। पिता सुबह से ही काम पर चले जाते थे। गुस्सा खुशी की नाक पर रहता था और वह छोटी छोटी बात में गुस्सा हो जाती थी। उसे गुस्सा इस कदर आता था कि वह हफ्ते-हफ्ते भर किसी से बात नहीं करती थी।

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