Hamidia Hospital Bhopal : साढ़े चार करोड़ मेंटेनेंस के लिए फिर भी 56 जीवनरक्षक उपकरण दो महीने से खराब

भोपाल। हमीदिया अस्पताल में करीब 56 जीवन रक्षक उपकरण करीब दो माह से खराब पड़े हुए हैं। अस्पताल प्रबंधन मेंटेनेंस कंपनी को आधा दर्जन रिमाइंडर भेज चुकी है, इसके बावजूद यह उपकरण ठीक नहीं हो सके हैं। इन मशीनों के न होने कैंसर, हार्ट के मरीजों की जांच के साथ सामान्य इलाज और जांच में भी परेशानी हो रही है। यह स्थिति तब है जब उपकरणों का मेंटेनेंस करने वाली कंपनी हाइट्स को उपकरणों के रखरखाव के लिए हर साल 4 करोड़ 57 लाख 23 हजार रुपए दिए जाते हैं। मालूम हो कि हमीदिया अस्पताल के विभिन्न विभागों व ओटी में कुल 1100 उपकरण हैं। दो साल पहले तक इनमें 91 यानी करीब आठ फीसदी उपकरण खराब थे। अब इनमें 31 मशीनों की तो अब मरम्मत भी नहीं हो सकती, वजह उनके पार्ट ही नहीं मिल रहे हैं। मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में संस्थान के डीन डॉ. सलिल भार्गव ने भी इस मामले में नाराजगी जताते हुए उपकरणों को जल्द से जल्द ठीक कराने के निर्देश दिए।
कैसे हो मेंटेनेंस, नहीं मिल रहे पार्ट्स
कैंसर की सिकाई के लिए उपयोग होने वाली कोबाल्ट मशीन 35 साल पुरानी है। मरम्मत के लिए पार्ट नहीं मिलने के कारण यह दो साल से बंद पड़ी है। इसे अभी तक कंडम घोषित नहीं किया गया, जिससे दूसरी मशीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। इसके साथ ही दिल की जांच के लिए टीएमटी, ईको मशीने दो महीने से खराब हैं। इसके साथ ही डिजिटल एक्स-रे, पेट की जांच के लिए एंडोस्कोपी, डेंटल चेयर सहित कई अन्य उपकरण लंबे समय से खराब हैं।
मेंटेनेंस कंपनी हाईट्स पर लगाया एक करोड़ का जुर्माना
हमीदिया अस्पताल में उपलब्ध उपकरणों की कीमत करीब 63 करोड़ रुपए है। मेंटेनेंस कंपनी हाईट्स सालाना इस राशि का सात फीसदी यानि 4 करोड़ 57 लाख रुपए उपकरणों के रखरखाव के लिए लेती है। अनुबंध के अनुसार कंपनी को किसी भी उपकरणों को अधिकतम 15 दिन में ठीक करना होता है। इसके बावजूद कंपनी दो माह तक उपकरणों को ठीक नहीं करती। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन द्वारा अक्टूबर माह में कंपनी पर एक करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना लग चुका है।
खून की जांच करने वाली मशीन खराब, रुकी जांच
सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि अस्पताल में करीब पांच महीने से खून की जांच करने वाली बीएस 400 मशीन भी खराब पड़ी हुई है। इसके चलते हमीदिया अस्पताल में थायराइड, सोडियम जैसी सामान्य जांच भी नहीं हो रही।
कुछ मशीनें खराब हैं
हमीदिया अस्पताल अधीक्षक डॉ. आशीष गोहिया ने बताया कि कुछ मशीनें खराब हैं, हमने कंपनी को पत्र लिखा है। हालांकि इनमें से ऐसी कोई मशीन नहीं है, जिससे मरीजों का इलाज या जांच रुक जाए।
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