भोपाल आई प्रसिद्ध टीवी अभिनेत्री गीतांजलि मिश्रा से हरिभूमि की खास बातचीत

भोपाल। आज के समय में मेंटल हेल्थ वाकई में एक बड़ा मुद्दा है और इससे सिर्फ इंडस्ट्री वाले ही नहीं, हर एक फील्ड के लोग जूझ रहे हैं। क्योंकि हर एक जगह कंपटीशन है, लेकिन मैं ह्यूमन बैकग्राउंड पर बस यही कहना चाहूंगी कि आपकी इग्नोरेंस पावर स्ट्रांग होनी चाहिए और साथ ही यदि आपका सपोर्ट सिस्टम स्ट्रांग है तो ट्रोलिंग के जरिए कोई आपको कितना परेशान करेगा। ट्रोलिंग के मामले में मेरे लिए तो इग्नोरेंस इज द बेस्ट पॉलिसी...। यह कहना है हप्पू की उलटन पलटन में कामना पाठक की जगह नए राजेश सिंह का किरदार निभा रहीं प्रसिद्ध टीवी अभिनेत्री गीतांजलि मिश्रा का। बुधवार को गीतांजलि भोपाल आईं और हरिभूमि से बातचीत में अपने करियर से जुड़े सवालों के जवाब दिए।
तुम जैसी हो वैसी ही उठकर आ जाओ
गीतांजलि कहती हैं कि मैं इत्तेफाकन एक्टिंग की दुनिया में आ गई। मेरे ही बगल वाले घर में मेरी एक जर्नलिस्ट फ्रेंड और उनकी रूममेट असिस्टेंट डायरेक्टर रहती थी। एक बार उसका फोन आया कि तुम जैसी हो ऑटो पकड़ो और आ जाओ, मुझे जाना पड़ा और वहां जाकर देखती हूं तो टीवी के बड़े-बड़े चर्चित चेहरे नारायणी शास्त्री, सुहासनी मोरे थीं और फिर उन्होंने कहा कि इनका मेकअप ऐसा करो कि 10 साल उम्र में बड़ी दिखे और इस तरह से मेरे एक्टिंग के जीवन की शुरुआत हुई।
मैनेजर और टीम से कहती हूं कि किसी को रिप्लाई देने की जरूरत नहीं
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया को तो मैं 15 दिन में एक बार ही देखती हूं, अपने मैनेजर और टीम से कहती हूं कि किसी का कोई रिप्लाई देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मेरे लिए तो इग्नोरेंस इज द बेस्ट पॉलिसी।
मैं लकी हूं कि मेरे परिवार में तीन जनरेशन साथ हैं
गीतांजलि कहती हैं कि आपकी पहले प्रिमाइसेस आपका वर्किंग प्लेस है तो दूसरा प्रिमाइसेस आपका परिवार है और मैं लकी हूं कि मेरे परिवार में तीन जनरेशन साथ में है। मैं, मेरी मम्मी और मेरी बहन के बच्चे तो हम आपस में गिव एंड टेक के जरिए अपने इमोशंस को बांट लेते हैं।
एक्टर तो इमोशनल होते हैं हमें तो ट्रोलिंग से ओर ज्यादा फर्क पड़ता है
उन्होंने कहा कि आजकल इंटरनेट और सोशल मीडिया के दौर में ट्रोलिंग आम बात हो गई है, लेकिन सेलिब्रिटी यह नहीं कह सकता कि उसे ट्रोलिंंग से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि एक्टर तो काफी इमोशनल होते हैं तो हमें तो ट्रोलिंग से और ज्यादा फर्क पड़ता है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS