धर्मांतरण की खबर से मिशनरी स्कूल में बवाल, विहिप-बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों ने की तोड़फोड़

धर्मांतरण की खबर से मिशनरी स्कूल में बवाल, विहिप-बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों ने की तोड़फोड़
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मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा के एक मिशनरी स्कूल में 8 बच्चों का धर्मांतरण कराए जाने की खबर से बवाल मच गया। स्कूल के अंदर बच्चों की परीक्षा चल रही थी और बाहर से विहिप और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के अंदर घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। संगठनों का आरोप था कि इसकी शिकायत पहले की जा चुकी थी लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर लोगों का गुस्सा भड़क गया।

भोपाल। मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा के एक मिशनरी स्कूल में 8 बच्चों का धर्मांतरण कराए जाने की खबर से बवाल मच गया। सेंट जोसेफ स्कूल के अंदर बच्चों की परीक्षा चल रही थी और बाहर से विहिप और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के अंदर घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। संगठनों का आरोप था कि इसकी शिकायत पहले की जा चुकी थी लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर लोगों का गुस्सा भड़क गया।

एक हफ्ते पहले धर्मांतरण का आरोप

हिंदू संगठनों का आरोप है कि 30 अक्टूबर को सेंट जोसेफ स्कूल में ईसाई धर्म का कार्यक्रम कर 8 छात्राओं का गोपनीय तौर पर धर्मांतरण संस्कार कराया था। जैसे ही खबर बाहर आई, इसे लेकर हंगामा मच गया। हंगामे से एक दिन पहले कई सामाजिक संगठनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन दिए थे। हंगामे को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी शहर के स्थानीय चर्च, भारत माता कॉन्वेंट स्कूल और सेंट जोसेफ स्कूलमें तैनात कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए शहर में एसपी और कलेक्टर मौके पर पहुंच गए।

स्कूल प्रबंधन का धर्मांतरण से इंकार

स्कूल प्रबंधन ने धर्म परिवर्तन की घटना से इंकार किया है और कलेक्टर से शिकायत की है। दूसरी तरफ कथित धर्मांतरण के खिलाफ विहिप और बजरंग‎ दल ने प्रदर्शन और घेराव का ऐलान किया था। पुलिस ने‎ मामूली समझा था, लेकिन प्रदर्शनकारी गेट और दीवार फांदकर‎ स्कूल कैंपस में घुस गए। उन्होंने वहां रखी कुर्सी-गमले, वहां खड़ी‎ कार और इमारत के शीशे तोड़ डाले। हंगामे के बीच स्कूल में बच्चों की परीक्षा चल रही थी।

पुलिस व्यवस्था पर उठे सवाल

घटना के बाद स्कूल प्रबंधन ने पुलिस एवं प्रशासन पर आरोप लगाया है कि स्कूल के घेराव की पूर्व सूचना के बाद भी पुलिस एवं प्रशासन द्वारा सुरक्षा के लिए उचित प्रबंध नहीं किया गया। स्कूल प्रबंधक ब्रदर एंटोनी का कहना है कि पुलिस ने सुरक्षा की उचित व्यवस्था नहीं की। गंभीर बात यह है कि जिस समय पथराव किया जा रहा था, तब स्कूल के अंदर 12वीं क्लास के बच्चों के एग्जाम चल रहे थे।

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