बहन-बेटी पर गलत दृष्टि डाली तो उसे फांसी चढ़ा दिया जाएगा: सीएम

भोपाल। राजधानी के करोंद ग्राउंड में चल रही शिवपुराण कथा का बुधवार को समापन हो गया। सीएम शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद भी कथा में पहुंचे। कथा के समापन पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि चेहरे की चमक क्रीम से नहीं, अच्छे कर्म से बनती है। अच्छे कर्म करोगे तो शिव की कृपा होगी और अपनी काया और माया दोनों चमकती रहेंगी। व्यासपीठ से आशीर्वाद लेने आए सीएम चौहान ने शिवमहिमा को अपरंपार बताते हुए महिला संरक्षण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी बहन-बेटी पर कोई गलत दृष्टि डालेगा तो उसे फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया जाएगा। प्रदेश में हमने ऐसा कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि राजनीति से लेकर अन्य क्षेत्रों में महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए 50 प्रतिशत महिला आरक्षण कर दिया है।
कथा महोत्सव के समापन पर सीएम शिवराज सहित वीडी शर्मा और हितानंद शर्मा पहुंचे शिवकथा सुनने
रक्त की तरह अपनी भक्ति की भी जांच करा लिया करो
पंडि़त प्रदीप मिश्रा ने भक्तों को शिव भक्ति का मार्ग सुझाया। उन्होंने कहा कि जिस तरह मनुष्य अपने शरीर में किसी तरह के रोग की जानकारी के लिए रक्त की जांच कराता है उसी तरह अपने हृदय में भक्ति की जांच भी करा लिया करें। इससे शिव भक्ति प्रबल होगी और तुम्हारा जीवन सुख शांतिमय बन जाएगा।
अब प्रदेश में कोई शराब अहाता नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश की भी शराब दुकान के आस-पास कोई आहता संचालित नहीं होगा। हुक्का लाउंज बार भी पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। व्यासपीठ पूजन व आरती में सीएम शिवराज सिंह चौहान, भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, भाजपा संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, महामंत्री भगवानदास सबनानी, पूर्व सांसद आलोक संजर, बीडीए उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, सावन सोनकर शामिल हुए। पांच दिवसीय महाशिवपुराण कथा के समापन अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने व्यासपीठ को प्रणाम करते हुए भोपालवासियों का और लाखों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने महाशिवपुराण के आयोजन फलस्वरूप सदबुद्धि प्राप्ति और हर साल इसी तरह महाशिवपुराण की कथा आयोजन का आशीर्वाद मांगा।
महाशिवपुराण की कथा 71 पीढिय़ों को तार देती है
पं. मिश्रा ने बताया कि धन के दान और सतकर्मो से एक-दो पीढिय़ां ही तर सकती हैं, लेकिन महाशिवपुराण सुनने से 71 पीढिय़ां तर जाती हैं। पं. मिश्रा ने कहा कि वृक्षों की डालियां नहीं केवल वह बेल पत्र ही तोड़ें। छोटे पेड़ों के बेल पत्र शिवजी को कतई ना चढ़ाएं, इससे शिव नाराज हो जाते हैं। जीवन में वृक्ष जरूर लगाएं हो सके तो किसी सडक़ के किनारे बेल पत्र का पेड़ अवश्य लगायें। उन्होंने बताया कि बेल वृक्ष की छांव पडऩे से ही मनुष्य का कल्याण हो जाता है।
कवि और कथाकार में बहुत अंतर
पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि एक कवि और एक कथाकार में बहुत बड़ा अंतर होता है। कवि अपनी वाणी और शब्दों से जनसमुदाय को रिझाता है जबकी कथाकार भगवान शिव की कथा सुनाकर भगवान शंकर को रिझाता है और सबको उनके चरणों तक ले जाता है।
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