लगातार बारिश ने रोक दी भोपाल शहर की रफ्तार, और बिगड़ सकते हैं हालात, अति भारी बारिश की चेतावनी, फ्लाइट इंदौर डायवर्ट

भोपाल। राजधानी भोपाल में रविवार रात से सोमवार सुबह तक शहरी इलाके में 47 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। बैरागढ़ ऑब्जर्वेटरी में यह 46 मिलीमीटर के करीब है । साथ ही मंगलवार सुबह तक यहां भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इससे शहर के जलभराव वाले क्षेत्रों में हालात और बिगड़ने की आशंका बनी हुई है। भोपाल में कई जगहों पर जलभराव के कारण लोग रोजाना के कामकाज छोड़ घर से पानी निकालने में जुटे रहे। वहीं तेज बारिश के कारण हैदराबाद से भोपाल आ रही फ्लाइट को इंदौर डायवर्ट कर दिया गया।
अति भारी बारिश का यलो अलर्ट
मौसम केंद्र ने भोपाल नर्मदापुरम संभाग सहित प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। भोपाल सहित प्रदेश के 18 से अधिक जिलों में मंगलवार सुबह से ही मध्यम से तेज बारिश का सिलसिला जारी है जिसकी वजह से नदियों और तालाबों के जलस्तर में वृद्धि होने का अनुमान है। पुलो पर पानी का बहाव होने के कारण कई रास्तों पर आवागमन भी अवरुद्ध बताया जा रहा है। बीते 24 घंटे में प्रदेश के 1 दर्जन से अधिक जिलों में बारिश दर्ज की गई है। मौसम केंद्र के अनुसार उड़ीसा के आसपास लो प्रेशर एरिया बनने और प्रदेश से ट्रक लाइन गुजरने के कारण मानसूनी बारिश में इजाफा हुआ है। अगले 3 से 4 दिन भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में मध्यम से तेज और कहीं कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है।
प्रशासन अकादमी की सड़क भी जलमग्न :
प्रशासन अकादमी की सड़क पूरी तरह से जलमग्न हो गई। शाहपुरा तालाब का पानी सड़क पर आने से सड़क पर 2 से 3 फिट तक पानी जमा हो गया। शाहपुरा के कई मकान पानी के कारण जलमग्न हो गए। वहीं कोलार में भी तेज बारिश ने हालत खराब कर दी। मिट्टी और कीचड़ के कारण लोगों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ा। जाटखेड़ी, बावड़ियां, मिसरोद, रापड़िया, कटारा, बगली में भी जलभराव का हालात बने, यदि बारिश इसी रफ्तार से जारी रही तो बड़े पैमाने पर नुकसान की भी संभावना है।
इन जगहों पर हुआ जलभराव :
तेज बारिश के कारण बैरागढ़, गांधी नगर, लालघाटी, पंचवटी, जैन नगर, करोंद, विश्वकर्मा नगर, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, राजवंश कॉलोनी, मुरली नगर, सिंधी कॉलोनी, राजदेव कॉलोनी, कबाड़खाना, काजीकैंप, पीजीबीटी कॉलेज, सैफिया कॉलेज रोड, डीआईजी बंगला, छोला, टीला जमालपुरा, शाहजहानाबाद, संजय नगर, हर्षवर्धन कॉलोनी, सहित कई जगहों पर जलभराव हुआ
मौसम को प्रभावित करने वाले कारक
- पहला उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में उड़ीसा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है साथ ही साथ हवा के ऊपरी भाग में 7. 6 किलोमीटर की ऊंचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है जिसके 48 घंटे में और गहरा होने की संभावना है
- दूसरा मानसून द्रोणिका जैसलमेर कोटा गुना दमोह पेंड्रा रोड बलांगीर से कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है जो हवा के ऊपरी भाग में 1.5 किलोमीटर तक बनी हुई है
- तीसरा पूर्वी पश्चिमी हवाओं का संयोजन लगभग मध्य प्रदेश की सीमा में महाराष्ट्र में बनी हुई है जो कि 3.1 किलो से 5.8 किलो की ऊंचाई तक बना हुआ है
- चौथा पश्चिमी तटीय द्रोणिका गुजरात से कर्नाटक तक बनी हुई है.
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