MP BREAKING NEWS: ज़िन्दगी की जंग हर गई मासूम सृष्टि, 50 घंटे से चल रहा था बचाव कार्य

MP BREAKING NEWS: ज़िन्दगी की जंग हर गई मासूम सृष्टि, 50 घंटे से चल रहा था बचाव कार्य
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300 फीट बोरवेल में गिरी ढाई साल की मासूम सृष्टि को बोरवेल से निकाल लिया गया है। सृष्टि को तुरंत ही एम्बुलेंस की सहायता से अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर्स ने सृष्टि को मृत घोषित कर दिया है।

सीहोर : सीहोर के ग्राम मुंगावली में 300 फीट बोरवेल में गिरी ढाई साल की मासूम सृष्टि को बोरवेल से निकाल लिया गया है। सृष्टि को तुरंत ही एम्बुलेंस की सहायता से अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर्स ने सृष्टि को मृत घोषित कर दिया है। बता दें कि 6 जून को दोपहर 1:00 बजे खेलते समय ढाई साल की नन्ही बच्ची सृष्टि अचानक खुले हुए गेहरे बोरवले में गिर गई। जिसके बाद से प्रशासन द्वारा लगातार मासूम को निकालने का प्रयास किया जा रहा था। लेकिन 50 घंटे से ज्यादा समय तक बोरवेल में फंसी होकने के चलते सृष्टि की मौत हो गई।

परिवार में छाया मातम

प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास के बाद सीहोर के मुंगावली में रहने वाली ढाई साल की सृष्टि को बाहर तो निकाल लिया गया। लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। पुलिस ने मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज गया है। तो वही सृष्टि की मौत को लेकर परिवार में मातम छाया हुआ है।

40 घंटे पहले हो चुकी थी सृष्टि की मौत

सृष्टि की पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर फैसल खान ने बताया कि बच्ची की मृत्यु दम घुटने के कारण हुई है। उसकी मृत्यु करीब 40 घंटे पहले हुई थी। उसका शव भी सड़ गया था।

मालिक और बोर करने वाले के ख़िलाफ FIR दर्ज़

जिसके बाद इस मामले में SP मयंक अवस्थी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद धाराओं में इजाफा किया जाएगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और वैधानिक नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। हमने खेत मालिक और बोर करने वाले के ख़िलाफ FIR दर्ज़ की है। हमने धारा 188, 308 और 304 के तहत मामला दर्ज़ किया है।

बोरवेल में गिरने से पहले भी हो चुकी है कई मासूम की मौत

बता दे कि ये कोई पहली बार नहीं है जब बोरवेल में गिरने से किसी मासूम की मौत हुई है। इसके पहले भी 14 मार्च 2023 को विदिशा जिले में 50 फीट के बोरवेल में गिरे से 7 साल के लोकेश की मौत हो गई थी। तो वही दिसंबर 2022 को भी ऐसी ही एक घटना हुई थी। जिसकी वजह से मध्यप्रदेश के बैतूल में 6 साल के तन्मय 39 फीट गहरे बोरवेल में फसने की वजह से मौत हो गई थी।

प्रशासन की लापरवाही का कब तक मासूम बनेगे शिकार

तो वही साल 2016 में बोरवेल के 200 फीट गहरे गढ्ढे में गिरे तीन साल के बच्चे अभय चौधरी की 25 फीट गहरे बोरवेल में गिरने की वजह से मौत हो गई थी। लगातार हो रहे हादसों से भी प्रशासन की आंख नहीं खुली है । पता नहीं अब और कितने मासूमों को प्रशासन की लापरवाही की वजह से जान गावानी पड़ेगी।

जागरूक करना है जरुरी

सभी जिलों के कलेक्टर को सरकार की ओर से यह निर्देश दिए जाने आती आवश्यक है कि खुले हुए बोरवेल को लेकर कड़ाई से कार्रवाई करते हुए बंद करवाए जाए । साथ ही इस संबंध में कलेक्टरो को किसानों के साथ बैठक करते हुए उन्हें इस तरह की घटना को लेकर जागरूक करना जरुरी है। ताकि मासूम बच्चो की मौतों का सिलसिला रोका जा सके।

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