MP CHUNAV 2023; फोटो की जगह अब मतदाताओं को मिलेगी QR code वाली पर्ची, स्कैन करते ही मिलेगी हर जानकारी

भोपाल ; मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में महज कुछ ही दिनों का समय बचा है। ऐसे में राजनीतिक दलों के पास प्रचार प्रसार के लिए केवल 8 दिन का समय शेष है। जिसको देखते हुए चुनाव आयोग ने तैयारी तेज कर दी है। तो वही निर्वाचन आयोग ने भी हर बार की तरह चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए नायाब प्रयोग किया हैं। जिसके तहत अब मतदाताओं को दी जाने वाली पर्ची पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। जिसके जरिए घर बैठे मतदाताओं को विधानसभा क्षेत्र, मतदान केंद्र सहित उनके उपयोग की सभी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। कोड स्कैन कर वह सारी जानकारी प्राप्त कर सकेंगें। जल्द ही इन पर्चियों को वितरित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
पांच दिन पहले से बाटी जाएगी पर्चियां
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 55 जिलों के 64 हजार 523 मतदान केंद्रों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारी तेज कर दी है। बता दें कि क्यू आर कोड वाली पर्ची बटाने का सिलसिला भोपाल से शुरू कर दिया गया है। यह पर्चियां मतदान प्रक्रिया के पांच दिन पहले से मतदाताओं को देना शुरू किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी मतदान केंद्रों के बीएलओ को दी जाएगी। भोपाल की सात विधानसभाओं में कुल 20 लाख 86 हजार 231 मतदाता हैं। ये सभी 2049 केंद्रों पर मतदान करेंगे। इन सभी मतदाताओं को मतदान से पहले क्यूआर कोड वाली पर्ची बाटना अनिवार्य है। ऐसे में अधिक मतदाताओं तक पहुंचने के लिए आयोग के पास बहुत कम समय बचा है।
जानें पूरी प्रक्रिया
यह पर्चियां निर्वाचन आयोग द्वारा जिले के निर्वाचन अधिकारी को दी जाएगी। यहां से पर्चियों को विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी को भेजा जाएगा। वे इसे सुपरवाइजर को देंगे और फिर यह बीएलओ के पास पहुंचेगी। बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं को पर्चियां बांटेंगे। इसके साथ ही सत्यापन भी किया जाएगा कि पर्ची सही मतदाता को मिल रही है या नहीं। इसके साथ ही जब मतदाता जैसे ही वोटर पर्ची लेकर बूथ पर जाएगा वहां मतदान अधिकारी-1 उसकी पर्ची को स्कैन करेगा। स्कैन करते ही मतदाता की पूरी जानकारी कर्मचारी के सामने होगी। इसके साथ ही वोटर की उपस्थिति दर्ज कराकर वोटिंग कराई जाएगी। इस प्रक्रिया के साथ उस वोट की संख्या अन्य वोटिंग के साथ अपडेट हो जाएगी।
पारदर्शिता बनाने के लिए शुरू की गई ये सुविधा
क्यू आर कोड वाली पर्ची का जारी करने का एक तो मकसद था कि चुनाव में पारदर्शिता हो और दूसरा की मतदाताओं को यह जानकारी घर बैठे ही उपलब्ध हो सके कि मतदान केंद्रो पर कितनी भीड़ है, कितने लोगों ने अभी तक मतदान किया और उसी हिसाब से लोग मतदान के लिए समय चुन सकें।मतदाता को मतदान केंद्र में प्रवेश करने पर क्यूआर कोड वाली पर्ची दिखानी थी। इसे चुनाव कर्मी अपने मोबाइल से स्कैन करता है। पर्ची स्कैन होते ही सीधे ही मतदाता की डिटेल कंट्रोल रूम में चली जाती है और यह डेटा बेस में फीड हो जाता है कि कितने लोगों ने मतदान कर लिया है।
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