साइबर क्राइम ब्रांच की हिरासत में एटीएम कार्ड बदलकर खाते से पैसे निकालने वाला अंतरराज्यीय गिरोह

साइबर क्राइम ब्रांच की हिरासत में एटीएम कार्ड बदलकर खाते से पैसे निकालने वाला अंतरराज्यीय गिरोह
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आरोपी अधिकतर वृद्धजन व महिलाओ के साथ धोखाधड़ी करते थे। राजस्थान धौलपुर से भोपाल आने के रास्ते में वारदात की जाती थी। 3 साल से गैंग के रूप मे लगभग 500 लोगो को अपने जाल मे फंसा चुके है। जैबकतरों से भी खरीदते थे चोरी किए एटीएम कार्ड।

भोपाल। साइबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम ने एटीएम कार्ड बदलकर खाते से रुपए निकालने वाली 3 सदस्यीय अंतर्राज्यीय गैंग को भोपाल से गिरफ्तार किया है। ये आरोपी राजस्थान के हैं। ये एटीएम से कैश निकालते या ऑनलाइन खरीद कर लेते। भोपाल दक्षिण क्षेत्र के एसपी साईं कृष्णा थोटा ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि आरोपियों द्वारा कई राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ ,गुजरात में ये अपराध किए हैं। पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी ने बताया कि साइबर क्राइम भोपाल में आवेदक अनिल नागले निवासी गुडशेफर्ड कालोनी कोलार रोड भोपाल ने 7 सितम्बर को शिकायत की कि मेरा एटीएम कार्ड बदलकर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा 1,50,000 रूपये निकाल लिए हैं। शिकायत पर धोखाधड़ी का अपराध कायम कर तकनीकि एनालिसिस के आधार पर भोपाल से राजस्थान धौलपुर निवासी आरोपियों ताहिर, फिरोज व हनीफ को गिरफ्तार किया गया।

वारदात का तरीका

आरोपी मेवात राजस्थान क्षेत्र के रहने वाले हैं व संगठित होकर अपराध करते थे। आरोपी हनीफ निवासी परपटा मोहल्ला बटुउपुरा धौलपुर राजस्थान, फिरोज उर्फ मुनाफ निवासी पुरानी सराय धौलपुर, ताहिर निवासी पालडी गाॅव जिला कामा मेवात के रहने वाले हैं। मुख्य आरोपी ताहिर पुराने एटीएम कार्ड कि व्यवस्था ठगी के लिए करता था। इसके लिए आरोपी जैब कतरों तथा उठाईगिरों से पुराने कार्ड खरीदते थे। ये अपनी मोटर साईकिल से अलग-अलग राज्यों मे जाते और रास्ते मे पड़ने वाले प्रत्येक एटीएम को चैक करते। फिर बन्द एटीएम मशीन के बाहर खडे होकर ग्राहक के आने का इंतजार करते। वृद्धजन अथवा महिला के द्वारा पैसा नहीं निकलने पर एटीएम के अंदर जाकर मदद के बहाने कार्ड व पिन नम्बर प्राप्त कर लेते। फिर तुरंत ही दूसरे पुराने एटीएम कार्ड से ग्राहक का कार्ड बदलकर ग्राहक को यह बोल देते है कि मशीन खराब है।

दूसरे एटीएम से निकालते रकम

ग्राहक बदले हुए कार्ड को लेकर चला जाता, फिर अरोपी मोटर साईकिल मे बाहर इंतजार कर रहे अन्य सह आरोपी के साथ तुरन्त वहाॅ से फरार हो जाते । पास के दूसरे एटीएम से जाकर पैसा निकाल लेते या समान खरीद लेते।। भोपाल मे आरोपी तीन साल में करीब 50-60 लोगो के साथ ठगी कर चुकें है। वर्तमान मे थाना निशातपुरा, थाना आशोका गार्डन, थाना जहांगीराबाद, थाना पिपलानी में कि गई वरदातों के बारे मे आरोपियों द्वारा बताया गया है। इससे पहले आरोपी वर्ष 2021 मे फरवरी, जून, सिंतम्बर माह में भोपाल में वरदात कर चुकें है।

समान जब्त

आरोपियों से प्रकरण में प्रयुक्त 3 मोबाइल फोन, 3 आधार कार्ड, 61 एटीएम कार्ड व 2 मोटर सायकल को जप्त किया गया है।

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