UCC के समर्थन में उतरी जया किशोरी , बोली जो काम देश हित के लिए हो, उसे जरूर करना चाहिए

विश्व विख्यात कथा वाचक जया किशोरी का समान नागरिक संहिता को लेकर बड़ा आया है। जया किशोरी ने समान नागरिक संहिता का समर्थन करते हुए कहा है कि जो काम देश हित के लिए हो वह काम जरूर होना चाहिए।जिससे देश को फायदा हो और लोगों को भी उसका जरूर समर्थन करना चाहिए। जया किशोरी ने राजधर्म की सीख देते हुए राजनीति में धर्म के प्रवेश पर कहा है कि धर्म से राजनीति हो तो श्री कृष्ण जैसी हो, धर्म में राजनीति का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए, कृष्ण ने भी महाभारत में राजनीति की थी, अगर कृष्ण सी राजनीति करेंगे तो जीत जाएंगे और अगर दुर्योधन जैसी राजनीति करेंगे, तो पराजय मिलना निश्चित है।जया किशोरी से जब राजनीति में प्रवेश का सवाल सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनका बिल्कुल मन राजनीति में आने का नहीं है।
ग्वालियर पहुंची है जया किशोरी
जया किशोरी इन दिनों कथा का वाचन करने ग्वालियर पहुंची है । जहां जानी मानी कथा वाचक जया किशोरी से जब मीडिया ने सवाल किया कि राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोगों द्वारा अपनी सत्ता को बचाने और सत्ता लाभ के लिए संतों की शरण में जाया जा रहा है । इस पर जया किशोरी ने कहा कि अच्छी सोच के साथ कोई अगर किसी व्यक्ति के साथ जाता है तो उसमें किसी तरह की बुराई नहीं है, फिर वह व्यक्ति किसी भी क्षेत्र से जुड़ा हो चाहे बिजनेसमैन हो या साधारण व्यक्ति हो या फिर कोई संत हो, अच्छे मन से और अच्छे विचार से किसी से जुड़ने में कोई गलत बात नहीं है।
बच्चों को बचपन से ही धर्म और साहित्य के बारे में बताएं
जब जया किशोरी से मीडिया ने फिल्म आदि पुरुष में हुए रामायण के पात्रों के गलत चित्रण और संवाद को लेकर जो विवाद हो रहा है उस पर सवाल पूछा तो जया किशोरी ने कहा कि फिल्म कैसे पास हुई यह सरकार का मामला है और सरकार की सरकार ही जाने, लेकिन मैं तो इतना ही कहना चाहूँगी कि आप जो देख रहे हैं वह देखिए, लेकिन उससे जुड़ी नॉलेज भी रखिए खासकर बच्चों को छोटी उम्र से ही धार्मिक ग्रंथ और अध्यात्म की जानकारी दिया जाना जरूरी है। बच्चों को बचपन से ही धर्म और साहित्य के बारे में बताएं। मैं केवल इतना कहना चाहती हूं कि फिल्म कोई भी हो उसमें मर्यादा होनी चाहिए भगवान राम और रामायण से लोगों की श्रद्धा जुड़ी है उसका ध्यान रखा जाना जरूरी था।
छह साल की उम्र से मैंने धार्मिक भजन गाए
मीडिया ने जब कथा वाचक जया किशोरी से उनके मात्र छह वर्ष की उम्र में धर्म की ओर झुकाव और मिली प्रेरणा पर सवाल किया तो जया किशोरी ने कहा कि छह साल की उम्र से मैंने धार्मिक भजन गाए थे और 12-13 साल की उम्र से कथा कर रही हूं। श्री कृष्ण और भगवान श्री राम की कथाओं कहानियों को सुनकर ही उनका धर्म और अध्यात्म की ओर झुका हुआ है। उनका कहना है कि काफी कम उम्र से ही उनकी जिज्ञासा भगवान के प्रति बढ़ती गई और भगवान से उनका लगाव ही था कि लोग आज उनकी कथा को सुनने बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS