5 करोड़ के लोन लेने के लिए जुनेजा बंधुओं ने दिया फर्जी दस्तावेज, सरकार से सब्सिडी लेकर बैंक को लगाया चूना

भोपाल - मध्य प्रदेश में बैंकों से लोन के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जा रहा है। नकली पेन कार्ड से लेकर अन्य दस्तावेज फर्जी दिए जा रहे हैं। ऐसे ही कांड को अंजाम जुनेजा बंधुओं ने बैंकों को चूना लगाने के लिए दिया है। इंड्रस्ट्रियल एरिया में कारोबार में फर्जीवाड़ा करते हुए 5 करोड़ रुपए का तीन जिलों के बैंकों से लोक लिया। इसके बाद सरकार से सब्सिडी लेकर खुद को डिफाल्टर घोषित कर दिया। लोन की रकम नहीं चुकाने के चलते बैंक ने एनपीए घोषित कर दिया।
जुनेजा बंधुओं के कारनामें की शिकायत साल 2015 में हुई थी। ईओडब्ल्यू ने ग्वालियर, भिंड और मुरैना जिले के आधा दर्जन से ज्यादा बैंकों से दस्तावेज मांगे थे। जिनके जरिए जुनेजा बंधुओं ने कारोबार किया था। खास बात है कि कई बैंकों से टर्म लोन लेने के बाद दूसरे व्यक्तियों को भुगतान कर दिया। ईओडब्ल्यू ने जांच में पाया है कि जुनेजा बंधुओं ने पहला टर्म लोन 40 लाख रुपए का लिया था। इसके बाद 40 लाख रुपए कैश क्रेडिट लिमिट के तौर पर भिंड से लिया था। आरोपी हिरपाल सिंह ने फर्जी पेन कार्ड इस्तेमाल किया था। जबकि अन्य बैंकों में लोन लेने के लिए ओरिजनल पेन कार्ड दिया था। वहीं जिन फैक्ट्री के लिए लोन लिया था। वह सिर्फकागजों में थी, यह रिपोर्ट बैंक ने तैयार की थी। इसी तरह कई मामलों में फर्जीवाड़ा कर कई अन्य लोगों को चूना लगाया। यह सिलसिला परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर भी किया गया। पूरा परिवार ही लोन के जरिए बैंकों को चूना लगाता रहा। खासतौर पर बैंकिंग सिस्टम को गुमराह किया गया। ईओडब्ल्यू ने धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध सहित कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
दस्तावेज फर्जी, कागजों में फैक्ट्री
- ईओडब्ल्यू ने जांच के दौरान पाया है कि पिछले कई सालों में बैकों को चूना लगाने के लिए जुनेजा बंधुओं ने न सिर्फफर्जी दस्तावेजों का प्रयोग किया। बल्कि कई इलाकों में बैंक को गुमराह करते हुए कागजों में फैक्ट्री लगाकर ट्रांजेक्शन में भी हेरफेर किया। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं बैंकों से भी ट्रांजेक्शन रोकने के लिए कहा गया है।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मामला
- ईओडब्ल्यू ने ग्वालियर के हरिशंकरपुरम इलाके में रहने वाले महेंद्र सिंह जुनेजा, अजीतपाल सिंह, हरविंदर सिंह जुनेजा, इंद्रजीत कौर, रवनीत कौर, रश्मित कौर और अवतार सिंह मक्कड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ईओडब्ल्यू का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। हालांकि ग्वालियर पुलिस को भी फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी के मामले की जानकारी दी गई है।
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