Katju Hospital Bhopal : काटजू अस्पताल में तीन एडवांस ओटी , प्रसूता के गंभीर होने पर आईसीयू में रखने की व्यवस्था भी

Katju Hospital Bhopal : काटजू अस्पताल में तीन एडवांस ओटी , प्रसूता के गंभीर होने पर आईसीयू में रखने की व्यवस्था भी
X
30 करोड़ रुपए की लागत से बने डॉ. कैलाश नाथ काटजू अस्पताल में मौजूद सुविधाएं निजी अस्पताल को भी फेल कर रही है। चमचमाते अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं हैं। अस्पताल में बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष वार्ड बनाया गया है। अस्पताल में तीन दिसंबर 2022 को पहला प्रसव हुआ था।

भोपाल। 30 करोड़ रुपए की लागत से बने डॉ. कैलाश नाथ काटजू अस्पताल में मौजूद सुविधाएं निजी अस्पताल को भी फेल कर रही है। चमचमाते अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं हैं। अस्पताल में बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष वार्ड बनाया गया है। अस्पताल में तीन दिसंबर 2022 को पहला प्रसव हुआ था। इस दौरान सिजेरियन केस के लिए जच्चा-बच्चा अस्पताल में एक ओटी ही चालू था।

30 बिस्तर का प्रसूति आईसीयू है

जून में दो एडवांस ओटी भी चालू हो गए है। अब अस्पताल में तीन लेबर रूम तैयार हो गए हैं। प्रसव के बाद प्रसूता के गंभीर होने पर आईसीयू में रखने की व्यवस्था भी है। एसएनसीयू, आईसीयू, लेबर रूम के साथ जनरल वार्ड भी मौजूद हैं। दूसरी मंजिल पर 50 बेड का आईसीयू वार्ड है, जिसमें 20 बिस्तर का एसएनसीयू व 30 बिस्तर का प्रसूति आईसीयू है। इसके अलावा मदर मिल्क बैंक, ब्लड बैंक, सोनोग्राफी समेत निश्चेतना विभाग भी अस्पताल में अलग से मौजूद है। बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर 50 आईसीयू और बाकी ऑक्सीजन बेड है। अब दो सौ बेड उपलब्ध है।

पहले बेड की संख्या 20, अब बढ़ कर हो गए 200 बेड

ऑन कॉल ड्यूटी पर डॉक्टर

काटजू व जेपी अस्पताल के बीच अनुबंध है, जिसके हिसाब से दोनों अस्पताल एक दूसरे की मदद करेंगे। इसी के तहत वर्तमान में मेडिसिन विशेषज्ञ के लिए जेपी अस्पताल के दो डॉक्टरों काटजू की ऑन कॉल ड्यूटी दी गई है।

कमियों में कर रहे सुधार

तीन में से दो ओटी में कुछ कमियां थीं, जिन्हें सुधारा गया है। एक-दो दिन में पहला क्लचर टेस्ट भेज दिया जाएगा। इसके अलावा हमारे पास डॉक्टर, पैरा मेडिकल व अन्य स्टाफ भी पूरा है।

काटजू हॉस्पिटल के बारे में ये जाने

हॉस्पिटल 6 हजार वर्ग मीटर भूमि पर बना है।बिल्डिंग में आधारतल , भू-तल समेत कुल 5 तल बने हैं। जिसका निर्माण क्षेत्र 15 हजार 920 वर्ग मीटर है ।

बिल्डिंग के निर्माण में 3 साल लगे

बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर 50 आईसीयू बेड है। तीसरी व चौथी मंजिल पर 150 बिस्तर के वार्ड हैं। ये सभी ऑक्सीजन बेड है।

उपकरण, औषधि और अन्य सामग्री राज्य शासन व केयर इंडिया संस्था ने उपलब्ध कराए हैं। मरीजों के लिए भवन में 3 लिफ्ट व रैम्प भी बनाए गए हैं।

मिल रही ये सुविधाएं

हॉस्पिटल में बेड, सुसज्जित गहन चिकित्सा इकाई, वेंटीलेटर, सक्शन, ऑक्सीजन, दवा, सभी जरूरी उपकरण, जांच की सुविधा एवं विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा इलाज की सुविधा 247 उपलब्ध रहेगी। शेष बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है।

Tags

Next Story