Mahanavami : श्रद्धालुओं ने सिद्धिदात्री की पूजा कर कराए कन्या भोज और भंडारे... ज्वारों का किया विसर्जन

Mahanavami : श्रद्धालुओं ने सिद्धिदात्री की पूजा कर कराए कन्या भोज और भंडारे... ज्वारों का किया विसर्जन
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शहर में धूमधाम से सोमवार को महानवमी का पर्व मनाया गया और इसके साथ नौ दिवसीय नवरात्र उत्सव का समापन भी हो गया।

भोपाल। शहर में धूमधाम से सोमवार को महानवमी का पर्व मनाया गया और इसके साथ नौ दिवसीय नवरात्र उत्सव का समापन भी हो गया। शहर भर में दुर्गा मंदिर, झांकी में हवन किए गए। घरों में कन्याएं पूजी गईं। नौ दिन बाद व्रतधारियों ने व्रत खोला और कई स्थानों पर जवारों का विसर्जन भी किया गया। ज्यादातर दुर्गा समीतियों ने सोमवार को भंडारे का अयोजन किया। इस मौके कुछ समिति की ओर से भंडारे में पत्तल व दोने सहित गिलास में सिंगल यूज प्लास्टिक का वहिष्कार किया। समीतियों ने वर्तन भंडारों से किराए पर बर्तन लेकर उसी में खाना परोसा। वहीं कुछ समीतियों ने पत्ते के दोना व पत्तल रखे। उधर, दुर्गा विसर्जन के मुख्य चल समारोह मंगलवार को निकाले जाएंगे। इसमें 200 से अधिक दुर्गा प्रतिमाएं और चलित झांकियां शामिल होंगी।

मंदिरों में रही भीड़

नवमीं को शहर के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। शहर के दुर्गा मंदिरों में दर्शनार्थियों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। रात्रि में शहर के कई मंदिरों में महाआरती का आयोजन किया गया। इसके साथ ही हवन और भंडारों का आयोजन किया गया। शहर के काली मंदिर, भवानी मंदिर सोमवारा, दुगार्धाम मंदिर, माता की मढि़या, पहाड़ा वाली मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ रही। वहीं देर रात तक श्रद्धालु भोपाल में मां की झांकियां देखने परिवार के साथ पहुंचते रहे है।

आज सिंदूर खेला

शहर की कालीबाडियों में भी बंगाली दुर्गा उत्सव चल रहा है। इस दौरान कालीबाडियों में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। सोमवार को कालीबाडियों में नवमी की विशेष पूजा-अर्चना की गई। टीटीनगर कालीबाड़ी में सुबह-शाम विशेष पूजा हुई। मंगलवार को कालीबाडियों में सिंदूर खेला कार्यक्रम होगा। इस दौरान महिलाएं मातारानी को सिंदूर अर्पित करेंगीऔर एक-दूसरे को सिंदूर लगाएंगी।

ज्वारे के साथ ही माता की विदाई का सिलसिला शुरू

नवमी के साथ ही माता की विदाई का सिलसिला शुरू हो गया। अनेक स्थानों से जवारों के चल समारोह निकाले। जवारे काली घाट तलैया,खटलापुरा,शीतलदास की बागिया में विसर्जित किए गए। इसके साथ ही खटलापुरा,प्रेमपुरा आदि घाटों पर प्रतिमाओं को विसर्जित करने की तैयारी पूरी हो गई। छोटी प्रतिमाओ के साथ ही नगर निगम व जिला प्रशासन देर रात से प्रतिमाओ को विसर्जित कराया जाए सकेगा।

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