DAVV Indore ; छात्रावास में विद्यार्थियों को भोजन करना हुआ अनिवार्य, नियमों के उल्लंघन कर सख्ती, आदेश जारी

इंदौर : हॉस्टल के खाने को लेकर लगातार विद्यार्थियों द्वारा हो रहे प्रदर्शन के चलते देवी अहिल्या विश्वविद्यालय प्रशासन ने समस्या का समाधान निकालते हुए नया रास्ता निकला है। जिसके तहत अब छात्रों को छात्रावास के मेस में भोजन करना अनिवार्य कर दिया है। ये नियम 2023-24 सत्र से सारे होस्टल में लागू किए गए हैं। ताकि भोजन की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल का जवाब मिल सके। साथ ही विश्वविद्यालय की ख़राब हो रही छवि को ठीक किया जा सके। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि अक्सर छात्र बाहर का खाना खाते और कहते है कि छात्रावास का खाना खाने की वजह से तबियत खबर हो रही। जिसको देखते हुए प्रशासन द्वारा ये फसल लिया गया है।
रविवार को सिर्फ विद्यार्थियों को बाहर खाने की छूट
इसके साथ ही छात्र-छात्राएं अब न तो बाहर से खाना मंगवा सकेंगे और न होटल में जाकर भोजन कर सकेंगे। इसके साथ ही विद्यार्थी टिफिन भी नहीं लगा सकेंगे। लगातार मिल रही शिकायत को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने व्यवस्था में बदलाव करते हुए छात्रावास के विद्यार्थियों को मेस में भोजन करना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही भोजन की गुणवत्ता जांचने के लिए तीन सदस्य समिति बनाई है, जो कभी भी मेस का निरीक्षण कर सकती है। यहां तक कि विद्यार्थियों से हर महीने फीडबैक भी लिया जाएगा। जिसको लेकर सख्त नियम बनाए गए है। हालांकि विश्वविद्यालय ने रविवार को सिर्फ विद्यार्थियों को बाहर खाने की छूट दी है ।
प्रत्येक छात्रावास की मेस व्यवस्था अलग-अलग रहेगी
विश्वविद्यालय से संचालित दस छात्रावासों में 2500 छात्र-छात्राएं रहते हैं, जिसमें फर्स्ट ईयर से लेकर फाइनल ईयर के विद्यार्थी शामिल हैं। प्रत्येक छात्रावास की मेस व्यवस्था अलग-अलग रखी है। जिम्मेदारी छात्रावास वार्डन व प्रबंधन को सौंपी है। हर महीने वार्डन को भी रिपोर्ट देना है। विश्वविद्यालय ने अपने सभी छात्रावासों में नए सिरे से मेस व्यवस्था की जाएगी। जवाहरलाल नेहरू, जगदीशचंद्र बसु, रवींद्रनाथ टैगोर, आइईटी, आइआइपीएस, आइएमएस, कमला नेहरू (गर्ल्स), सीवी रमन (गर्ल्स) होस्टल, न्यू सीवी रमन, पंडिता रमाबाई में मेस संचालक बदल दिए हैं।
गर्ल्स और बायज छात्रावास में खाने की व्यवस्था में बदलाव
अधिकारियों के मुताबिक मेस की व्यवस्था को देखने के लिए साथ ही भोजन की गुणवत्ता को परखने के लिए विश्वविद्यालय ने उड़नदस्ता भी बनाया है। जिन्हें महीने में दो मर्तबा मेस का निरीक्षण करना होगा। इसके साथ ही सोमवार को मेस संचालन को लेकर कुलपति डा. रेणु जैन ने चीफ वार्डन डा. जीएल प्रजापति सहित 10 छात्रावासों के वार्डन की बैठक बुलाई। गर्ल्स और बायज छात्रावास में खाने की व्यवस्था में बदलाव कर दिया है।
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