MP Election 2023 : कांग्रेस की ये 66 सीटें सबसे कमजोर!, मिल रही लगातार हार

MP Election 2023 : कर्नाटक में मिली बंपर जीत के बाद से कांग्रेस काफी उत्साह में नजर आ रही है। खास तौर पर मध्यप्रदेश कांग्रेस कुछ ज्यादा ही उत्साह में है, क्योंकि मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस ने आगामी चुनाव को लेकर अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है।
एमपी कांग्रेस में अब प्रदेश लेवल ही नहंी बल्कि राष्ट्रीय लेवल के नेताओं का आना जाना शुरू हो चुका है। जानकारी के अनुसार बीते सोमवार को पूर्व सीएम कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल के बीच हुई बैठक में चुनाव को लेकर मंथन किया गया हैं और एमपी में चार ऑब्जर्वरों की नियुक्ति की सहमति दी।
दरअसल, मध्यप्रदेश में 66 विधानसभा सीटें ऐसी है जिन पर कांग्रेस लगातार बीते तीन चुनाव हारती आई है। प्रदेश कांग्रेस ने इन सीटों पर मजबूती प्रदान करने के लिए दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है।
सुभाष चोपड़ा
आपको बता दें कि राजधानी भोपाल समेत आसपास के जिलों की जिम्मेदारी दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा को सौंपी गई है। सुभाष चौपड़ा राजधानी भोपाल के अलावा गोविंदपुरा, बैरसिया, हुजूर और नरेला, भोजपुर, बुदनी,आष्टा, सीहोर, होशंगाबाद, सोहागपुर, पिपरिया, सिलवानी, शमशाबाद और कुरवाई सीटों की रिपोर्ट तैयार करेंगे।
प्रदीम टम्टा
उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष रहे प्रदीप टम्टा को महाकौशल और विंध्य के जिलों की जिम्मेदारी सौंपी है।
कुलदीप राठौर
कुलदीप राठौर को ग्वालियर-चंबल अंचल की जिम्मेदारी सौंपी है। दरअसल, ग्वालियर चंबल की गुना, शिवपुरी और अन्य कई ऐसी सीटें है जिनपर कांग्रेस बीते तीन बार से चुनाव हारती आ रही है।
अर्जुन मोरवाड़िया
अर्जुन मोरवाडिया गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है। कांग्रेस ने मोरवड़िया को मालवा और निमाड़ की सीटों का जिम्मा सौपा है। मोरवाड़िया देवास, खातेगांव, बागली, सारंगपुर, सुसनेर, शुजालपुर, खंडवा, पंधाना, रतलाम सिटी, मल्हारगढ़, नीमच, बुरहानपुर, धार, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण और जाबद सीटों की रिपोर्ट तैयार करेंगे।
आपको बता दें कि इन कमजोर 66 सीटों में से 40 सीटों पर कमलनाथ खुद फीड़बैक ले चुके है। तो वही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन सीटों पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुके है।
12 जून को आंएगी प्रियंका गांधी
आपको बता दें कि कांग्रेस इस बार कोई ऐसा मौका नहीं छोड़ना चाहती है, जिससे की उन्हें नुकसान उठाना पड़े, इसके लिए प्रदेश कांग्रेस राष्ट्रीय नेताओं की एमपी में एंट्री करा रही हैं।
12 जून को राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जबलपुर में एक रोड़ शो करने वाली है। इतना ही नहीं प्रियंका के बाद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी प्रदेश में चुनावी कमान संभालने वाले है। राहुल गांधी और खड़गे जुलाई या अगस्त में चुनावी अभियान की शुरूआत कर सकते है।
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