MP Election 2023 : अब तीन दिसंबर को मतगणना के लिए खुलेंगी मत पेटियां, प्रतिनिधि बाहर बैठकर कर सकेंगे निगरानी

MP Election 2023 : अब तीन दिसंबर को मतगणना के लिए खुलेंगी मत पेटियां, प्रतिनिधि बाहर बैठकर कर सकेंगे निगरानी
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शुक्रवार को हुए मतदान के बाद जिले की 2049 मतदान केंद्रों की ईवीएम अरेरा हिल्स स्थित पुरानी जेल के स्ट्रांग रूम में कैद हो गई हैं।

भोपाल। शुक्रवार को हुए मतदान के बाद जिले की 2049 मतदान केंद्रों की ईवीएम अरेरा हिल्स स्थित पुरानी जेल के स्ट्रांग रूम में कैद हो गई हैं। अब तीन दिसंबर रविवार को इन ईवीएम को स्ट्रांग रूम से बाहर निकाला जाएगा, जिसके बाद उम्मीदवारों को मिले वोट के बारे में पता चल जाएगा। पिछली बार स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद होने की वजह से राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने आपत्ति दर्ज कराई थी, जिसको देखते हुए इस बार स्ट्रांग रूम के बाहर ही उन्हें बैठने की जगह दी गई है।

96 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा

विधानसभा चुनाव के मतदान की प्रक्रिया खत्म होने के बाद सातों विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम शनिवार को पुरानी जेल के स्ट्रांग रूम में जमा कर दी गईं। सबसे अंत में गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र की मशीनें पहुंची। राजनीतिक दलों की प्रतिनिधियों की मौजूदगी में शाम साढ़े 4 बजे पुरानी जेल के स्ट्रांग रूम को सील कर दिया गया। अगले 15 दिन मतगणना तक केंद्रीय और जिला सुरक्षा बल के तीन स्तरीय घेरा स्ट्रांग रूम की तीन शिफ्टों में निगरानी करेगा। इधर, इस बार राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक व्यवस्था में बदलाव किया गया। इस बार ये प्रतिनिधि स्ट्रांग रूम के बाहर बैठकर निगरानी कर सकेंगे। पहले पुरानी जेल के मेन गेट के पास स्ट्रांग रूम से 150 मीटर दूर बैठने की व्यवस्था की जाती थी। इसी जेल में 3 दिसंबर को मतगणना भी होगी। मतगणना होने पर सातों विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़े सभी 96 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।

सिर्फ पासधारी को जेल के अंदर जाने की अनुमति

पुरानी जेल में सिर्फ पासधारी लोगों को ही जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा स्ट्रॉन्ग रूम एरिया में किसी को जाने की अनुमति नहीं है। राजनीतिक दलों के 24 घंटे में 3-3 प्रतिनिधियों को रोटेशन के अनुसार अंदर जाने की अनुमति रहेगी।

आठ-आठ घंटे ड्यूटी कर रहे जवान

पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र के मुताबिक स्ट्रांग रूम के बाहर त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा पैरा मिलेट्री के जवान, दो राजपत्रक अधिकारियों सहित स्थानीय बटालियन पुलिस के जवान संभाल रहे हैं। एक स्ट्रांग रूम के अंदर और बाहर 200 जवान तैनात हैं, जो आठ-आठ घंटे की राउंड और क्लॉक ड्यूटी कर रहे हैं।

सबसे आखिर में पहुंचा गोविंदपुरा विधानसभा का ट्रक

शुक्रवार रात में सभी विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम लाल परेड ग्राउंड पर आ गई थीं। इसके बाद पुरानी जेल में मशीनें आने का सिलसिला दोपहर 2 बजे तक जारी रहा। सबसे आखिरी में गोविंदपुरा विधानसभा की मशीनों से भरा ट्रक पहुंचा। इसका परीक्षण करने के बाद इसमें रखी मशीनें स्ट्रांग रूम में जमा की गई। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को स्ट्रांग रूम के बाहर बैठाया जाएगा। ईवीएम देखने के वहां एलईडी की बड़ी स्क्रीन लगाई गई है।

राउंड द क्लॉक हो रही निगरानी

उप जिला निर्वाचन अधिकारी रविशंकर राय ने कहा कि सभी क्षेत्रों की ईवीएम को रखकर स्ट्रांग रूम सील कर दिया गया है। स्ट्रांग रूम की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि अब स्ट्रांग रूम के बाहर बैठ सकेंगे। वहां एलईडी और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए ह। पहले ये प्रतिनिधि जेल के मेन गेट के पास बैठते थे।

टॉप-5 बूथ और दो सबसे कम वोटिंग वाले बूथ

महिलाओं ने इस बार जमकर वोटिंग की है, जिले में कुल महिला वोटर 10 लाख 12 हजार 804 में से 6 लाख 64 हजार 837 ने मतदान किया।

हैरानी की बात है कि इसमें से बैरसिया और हुजूर दो विधानसभा में 2 लाख 16 हजार 110 महिलाओं ने वोट डाले, वहीं शहर की पांच विधानसभा में शहर की पांचों विधानसभा में 4 लाख 48 हजार 727 महिलाओं ने वोटिंग की है। शहर से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में उत्साह ज्यादा देखने को मिला। इसे लाड़ली बहना का असर भी कह सकते हैं।

इन केंद्रों पर भी हुई बंपर वोटिंग

बैरसिया और हुजूर के कुछ टॉप पोलिंग बूथों पर अच्छा मतदान बूथ पर वोटिंग प्रतिशत में यहां पर हुजूर के देवलखेड़ी बूथ पर 552 मतदाता हैं, इसमें से 511 ने वोटिंग की है। इसी प्रकार बैरसिया के रतनपुरा बूथ पर 1363 वोटर में से 1174 ने मतदान किया है। शहरी क्षेत्र में दक्षिण पश्चिम में बिशनखेड़ी के बूथ पर 667 मतदाता हैं, यहां 561 ने मतदान किया। नरेना में पुराना सुभाष नगर बूथ पर 676 मतदाता हैं, इसमें से 557 ने वोट डाले। गोविंदपुरा विधानसभा में मालीखेड़ी बूथ पर 798 मतदाता हैं, इसमें से 680 ने वोट किए। वहीं मध्य में मारवाड़ी रोड के बूथ पर 688 वोटर हैं, यहां 524 ने वोटिंग की है। उत्तर में पीजीबीटी परिसर में 1197 मतदाता हैं, इसमें से 1012 ने वोट किए हैं। इसके अलावा सातों विधानसभा में टॉप फाइव और टॉप दो वे बूथ भी रहे जहां सबसे ज्यादा और कम वोट पड़े, लेकिन वहां वोटर संख्या भी ज्यादा थी।

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