MP Election 2023 : नुकसान पहुंचाने वाले नरेंद्र सिंह को टिकट दिया, अब इसका नतीजा विस चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ेगा

MP Election 2023 : नुकसान पहुंचाने वाले नरेंद्र सिंह को टिकट दिया, अब  इसका नतीजा विस चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ेगा
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भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद अब बसपा से भिंड विधानसभा से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि जब समय आया तो मेरी पीठ पर छुरा घोंपा और भाजपा ने पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले नरेंद्र सिंह कुशवाह को टिकट दिया।

भोपाल। भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद अब बसपा से भिंड विधानसभा से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि जब समय आया तो मेरी पीठ पर छुरा घोंपा और भाजपा ने पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले नरेंद्र सिंह कुशवाह को टिकट दिया। यह मेरे साथ विश्वासघात किया है।

वे अपने वायदे से मुकर गए

उन्होंने दावा किया कि अब भाजपा को भिंड जिले में कम रिस्पॉन्स मिलेगा। पहले प्रदेश नेतृत्व ने बड़े-बड़े वायदे किए और फिर उन्होंने सदस्यता दिलाई थी, लेकिन अब वे अपने वायदे से मुकर गए। मेरे पिता नहीं चाहते थे कि मैं भाजपा में जाऊं। भाजपा में जाना मेरी बड़ी भूल थी। उन्होंने यह बातें हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी से ‘चुनावी संवाद’ के दौरान कही।

कुशवाह से पूरी बातचीत...

सवाल: भाजपा में रहकर सीट नहीं ले पाए और बसपा छोड़कर भी टिकट ले आए, यह कैसे हुआ?

जवाब : यह बहनों का आशीर्वाद है। मुझे 50 हजार बहनों ने राखी बांधी थी। इसके लिए भिंड के स्टेडियम में ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ था और उन बहनों के सहयोग में बहन कुमारी मायावती आईं और उन्होंने मुझे टिकट दिया है। मैंने बहन मायावती से माफी भी मांगी कि मुझसे भूल हुई कि मैं पार्टी छोड़कर गया। उन्होंने मुझे माफ करते हुए चुनाव में भेज दिया। रक्षपाल सिंह हमारे भाई हैं और हम दोनों का लक्ष्य एक ही है। निश्चित तौर पर जब ऐसी घटना हुई तो उन्हें ठेस पहुंची होगी, लेकिन हम रक्षपाल से हम बात करेंगे। पटवारी परीक्षा में टॉपर देने के सवाल पर कहा कि मेरे खिलाफ पटवारी परीक्षा को लेकर कुछ लोगों ने भ्रम फैलाया है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

सवाल : आप जैसा अनुभवी राजनेता राजनीति का शिकार कैसे हो गया?

जवाब : भाजपा ने मेरे साथ विश्वासघात किया है। मुझे ऐसा लगा था कि सत्ता के साथ मिलकर काम करेंगे तो क्षेत्र का ज्यादा विकास कर पाएंगे। ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद भी करेंगे। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के कहने पर ही मैं भाजपा में शामिल हुआ था। पार्टी ने इसके िलए मुझसे कई वायदे किए थे, लेकिन उसको पूरा नहीं किया। इसलिए अनुभवी होने के बाद भी में भाजपा का शिकार हो गया। मुझे अनुभव था, लेकिन उसको नजरअंदाज किया। मुझे लगा कि भाजपा में जाने से सबकुछ ठीक हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब भाजपा में संगठन के ऊपर व्यक्ित हावी हो गया है। टिकट काटने के बाद मुझसे भाजपा के किसी नेता ने बात नहीं की।

सवाल : 2018 में सरकार कांग्रेस की सरकार बनी तो आप कांग्रेस में और फिर भाजपा की बनी तो भाजपा के साथ चले गए?

जवाब : यह बिल्कुल सही है। क्योंिक बसपा सुप्रीमो मायावती ने हम लोगों को निर्देशित किया था कि कांग्रेस सरकार को बाहर से समर्थन देना है, तो हम कांग्रेस के साथ रहे और भिंड क्षेत्र का विकास किया। उसके बाद परिस्थितियां बदली और भाजपा ने सरकार बना ली, तो सदन में भाजपा का सहयोग किया। तब मैंने भाजपा ज्वाॅइिनंग नहीं की थी, लेकिन एक साल पहले मुझे बुलाया गया और प्रदेश नेततृ्व ने मुझसे कई वायदे किए थे। उन्होंने कहा था कि भिंड विधानसभा में पार्टी का चेहरा आप ही होंगे। इसको लेकर मैं पार्टी के िलए काम करता रहा। कुछ लोग पार्टी में रहकर भी नुकसान पहुंचा रहे थे।

सवाल : आपकी जगह पर नरेंद्र सिंह कुशवाहा को टिकट मिला, आपने उनको इतना हल्का कैसे आंक िलया?

जवाब : नहीं, नरेंद्र सिंह कुशवाहा तो हल्के ही हैं, लेकिन पार्टी के सभी शीर्ष नेतृत्व ने मुझे भरोसा दिया था कि आप ही भिंड के चेहरा रहेंगे। पार्टी को जिसने नुकसान पहुंचाया, पार्टी ने उन्हें ही टिकट दे दिया। पार्टी का यह दोहरा चरित्र है। मैं पहली बार का विधायक हूं, तो थोड़ा भावनाओं में बहकर काम किया है, इसलिए हमसे चूक हुई है। वर्तमान चुनाव के बाद भाजपा की सरकार बने या नहीं, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है। मेरा दावा है कि अब भिंड में भाजपा को चुनाव में इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा। 2018 में बसपा के टिकट पर 35 हजार मतो से जीता था और फिर से यही जनता मुझे आशीर्वाद देगी। मेरा चुनाव मेरे क्षेत्र की जनता लड़ रही है।

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