MP : किसान ने की ख़ुदकुशी, सूदखोरी ने ली जान, 1.30 लाख के बदले मांगे थे 8 लाख

MP : किसान ने की ख़ुदकुशी, सूदखोरी ने ली जान, 1.30 लाख के बदले मांगे थे 8 लाख
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कलेक्टर से गुहार लगाते हुए पड़ोस के ही गांव के एक व्यक्ति पर प्रताड़ित करने का लगाया आरोप। पढ़िए पूरी खबर-

बड़वानी। जिले के अंजड़ में सूदखोरी से तंग आकर एक किसान ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान के घर से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में बताया गया है कि किसान से 1 लाख 30 हजार के बदले सूदखोर 8 लाख मांग रहा था। किसान जमीन बेचकर ₹3 लाख का भुगतान कर चुका था लेकिन सूदखोर और रुपयों के लिए लगातार फोन पर धमकी दे रहा था। सुसाइड नोट के जरिये किसान ने कलेक्टर से जांच की गुहार लगाई है। वहीं सांसद, कलेक्टर और एसपी ने कहा है कि मामले में जांच कराएंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला बड़वानी जिले के अंजड़ थाना क्षेत्र के ग्राम आवली बसाहट में रहने वाले 40 वर्षीय दिनेश परमार ने कर्ज के चलते आत्महत्या कर ली। दिनेश ने कुएं में फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। दिनेश के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें बड़वानी कलेक्टर से गुहार लगाते हुए पड़ोस के ही गांव के एक व्यक्ति पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने 1 लाख 30 हजार का कर्ज लिया था, जिसके एवज में खेत बेचकर ₹3 लाख की राशि का भुगतान भी कर चुका था। इसके बावजूद सूदखोर 1 लाख 30 हजार के बदले ₹8 लाख का भुगतान करने का दबाव बना रहा था।

सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि इस राशि का भुगतान नहीं करने पर उसे फोन पर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। जिसकी वजह से वह बहुत परेशान रहता था लेकिन जब खेत बेचने के बाद भी मामले का हल नहीं निकला तो उसने आत्महत्या करने का रास्ता चुना और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना की सूचना मिलने के बाद से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक दिनेश का एक बेटा और एक बेटी है, पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरू कर दी है।

इस मामले में मृतक के भाई संजय परमार ने बताया कि- सांसद गजेंद्र पटेल, कलेक्टर शिवराज सिंह और एसपी निमिष अग्रवाल से बात की। जिसको लेकर सांसद गजेंद्र पटेल ने कहा कि यह एक दुखद घटना है और इस तरीके की घटनाएं नहीं होना चाहिए। अगर किसान इस तरह के कर्ज से परेशान हैं तो शासन-प्रशासन स्तर पर अपनी बात रखें, जिससे कोई ना कोई रास्ता निकाल कर किसानों को आत्महत्या करने से बचाया जा सके। इसको लेकर मध्य प्रदेश सरकार भी गंभीर है और सूदखोरी को लेकर एक बाइलाज भी तैयार कर चुकी है जिस पर तेजी से काम भी चल रहा है जिससे आने वाले समय में किसानों को इस तरह का कदम नहीं उठाना पड़ेगा ।

कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने मामले को गंभीरता से लेने की बात कहते हुए सूदखोरी के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने की बात कही साथ ही जिले में इस बात की भी जांच की जाएगी कि ऐसे कितने लोग हैं जो सूदखोरी के लाइसेंस के बगैर ही ब्याज का धंधा कर रहे हैं और जिनके पास लाइसेंस है वह कितना ब्याज ले रहे हैं इसकी गंभीरता से जांच की जाएगी।

एसपी अग्रवाल ने मामले में जांच शुरू करने की बात कही साथ ही अधिक ब्याज और अनावश्यक परेशान करने के मामले में भी कार्रवाई की जाएगी।

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