mp news : एंबुलेंस और डॉक्टर को बुलाया पर बाद में निकला उसका ड्रामा

भोपाल। पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री पीके गुप्ता को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा है। लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर ने य़ह कार्रवाई की है। लोकायुक्त ने फरियादी की शिकायत पर कार्यपालन यंत्री को रंगे हाथ पकड़ा है। लोकायुक्त की टीम जब छापा मारने के लिए पहुंची तो रिश्वतखोर अधिकारी का ब्लड प्रेशर बढ़ गया और हार्ट अटैक आने का बहाना करने लगा।उसके बाद टीम ने एंबुलेंस और डॉक्टर को बुलवाया। उसके बाद टीम ने कार्रवाई शुरू की। उस दौरान बीच-बीच में डॉक्टरों की टीम भी रिश्वतखोर अधिकारी के ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक को चेक करती रही। वहीं, कार्रवाई के दौरान एंबुलेंस को भी मौके पर खड़ा कर दिया, ताकि कुछ परेशानी आती है तो तत्काल अस्पताल पर जाया जा सके। लेकिन, इस कार्रवाई के बाद इंजीनियर का यह ड्रामा िनकला।
3 लाख रु. के बिल पास करने की एवज में 75 हजार मांगे थे
दरअसल, फरियादी महेंद्र सिंह बैस पुत्र अतर सिंह बैस निवासी ठाकुर मोहल्ला गौस पूरा ग्वालियर की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस द्वारा ग्वालियर के व्यापार मेला परिषद विद्युत केंद्र के पास पीके गुप्ता कार्यपालन यंत्री ईएंडएम को रिश्वत राशि 15000 रु. लेते गिरफ्तार किया है। महेंद्र बैस के द्वारा कलेक्टर भिंड के बंगले पर लाइट फिटिंग का कार्य नवंबर में किया था, जिसके तीन लाख रु. के बिल पास करने की एवज में आरोपी द्वारा 75,000 रु. रिश्वत की मांग की गई। इसमें 50,000 रु. का भुगतान पहले ही हो चुका था और 15,000 रु. जैसे ही फरियादी ने कार्यपालन यंत्री को दिए, लोकायुक्त ने उसे ट्रैस कर लिया।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS