MP : संगठन, सिंधिया, शिवराज में नहीं बनी सहमति, तीसरी बार टली मंत्रिमंडल की बैठक

भोपाल। तेरह साल तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान अपनी चौथी पारी में प्रारंभ से ही मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। जोड़तोड़ से सरकार बनाने के कारण उनके सामने कदम-कदम पर चुनौतियां हैं। नतीजा, पहले मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पा रहा था, विस्तार हो गया तो विभागों का बंटवारा दुर्लभ हो गया। एक हफ्ते से शिवराज बार-बार कह रहे हैं कि कल मंत्रियों के विभाग बांट दिए जाएंगे लेकिन वह कल नहीं आ रहा। बुधवार को शिवराज ने कहा था कि कल केबिनेट बैठक से पहले सब हो जाएगा लेकिन विभागों पर सहमति न बन पाने के कारण तीसरी बार मंत्रिमंडल की बैठक स्थगित कर दी गई। बैठक गुरुवार को पहले सुबह साढ़े 10 बजे और इसके बाद शाम 5 बजे होने वाली थी। खबर है कि शिवराज, ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा प्रदेश भाजपा के बीच ऐसी सहमति नहीं बन पा रही जिस पर विभाग बंटवारे पर केंद्रीय नेतृत्व की मुहर लग जाए।
शिवराज ने फिर की बंटवारे पर कसरत
भाजपा नेतृत्व ने इस बार शिवराज को फ्री हैंड नहीं दिया, इसकी वजह से उन्हें बार-बार नेताओं के साथ बैठकर कसरत करना पड़ रही है। गुरुवार को भी प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा एवं सुहास भगत के साथ बैठ कर विभागों के बंटवारे पर चर्चा की। मंत्रियों को विभाग तभी मिलेंगे जब भोपाल में सहमति बनने के बाद केंद्रीय नेतृत्व उस पर अपनी मुहर लगा देगा। एक खबर यह भी है कि केंद्रीय नेतृत्व ने विभाग बंटवारे का काम अपने हाथ में ले लिया है। वहां से जब सूची आएगी, तब जारी हो जाएगी।
दिग्विजय का निशाना, लूट के बंटवारे का झगड़ा
विभागों में बंटवारे पर देरी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने मुख्यमंत्री शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि बंटवारे को लेकर दिल्ली से भोपाल तक वर्क आउट चल रहा है। लेकिन असल में ये लूट के बंटवारे का झगड़ा है। परिवहन, एक्साइज, राजस्व, शहरी विकास सिंधिया नहीं छोड़ना चाहते, क्यों? समझ जाओगे।
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