MP Politics : पीसीसी चीफ ने कसा भाजपा की सुझाव पेटी पर तंज , बोले भाजपा का घोषणापत्र हर बार जुमलों का झुनझुना साबित होता है

MP Politics : पीसीसी चीफ ने कसा भाजपा की सुझाव पेटी पर तंज , बोले भाजपा का घोषणापत्र हर बार जुमलों का झुनझुना साबित होता है
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भाजपा ने भी अपने विधानसभा के लिए घोषणा पत्र जारी करने का संकेत देते हुए विधानसभाओं में सुझाव पेटी रखने का निर्णय लिया है । जिससे वह जनता के सुझावों के अनुसार अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी । लेकिन उनके सुझाव पेटी के ऊपर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने निशाना साधा है ।

भोपाल । मध्य प्रदेश में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं । जिसको लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही तैयारी शुरू कर दी है । इसी क्रम में दोनों ही पार्टियों के द्वारा अपने घोषणा पत्र के लिए बेहद सक्रियता दिखाई दे रही है । कांग्रेस के द्वारा जल्द ही अपनी घोषणा पत्र को लाने का दावा किया जा रहा है ।

घोषणा पत्र के लिए भाजपा रख रही सुझाव पेटी

इसी क्रम में आज भाजपा ने भी अपने विधानसभा के लिए घोषणा पत्र जारी करने का संकेत देते हुए विधानसभाओं में सुझाव पेटी रखने का निर्णय लिया है । जिससे वह जनता के सुझावों के अनुसार अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी । लेकिन उनके सुझाव पेटी के ऊपर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने निशाना साधा है ।

कमलनाथ ने क्या किया ट्विट

पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्विट किया है कि - सुना है भाजपा अपने घोषणापत्र के लिए विधानसभाओं में ‘सुझाव पेटी’ लेकर जा रही है।

जनता सुझाव देने की जगह भाजपा से ये ‘सवाल’ पूछेगी कि सौदेबाजी कर आपने जनता की चुनी सरकार को क्यों गिराया मतलब हमारे ‘चुनाव-सुझाव’ के रूप में चुनी हुई सरकार को क्यों गिराया और ये भी कि कितने में गिराया, और ख़र्चा किया हुआ पैसा फिर कहाँ-कहाँ से कमाया?

जनता भाजपा को कुछ सुझाव तो ये देगी कि :

- देश को और न बाँटें

- नफ़रत और डर फैलाने का एजेंडा बंद करें

- महिलाओं का अब और अपमान न करें

- नौकरी-परीक्षा के घोटालों से जन्मी बेरोज़गारी से युवाओं को बचाएँ

- ग़रीबों, किसानों, मज़दूरों का शोषण रोकें

- काम-कारोबार व विकास को भ्रष्ट नीतियों से न मारें

- आदिवासियों-दलितों का उत्पीड़न-शोषण न करें

- मुनाफ़ाख़ोरों से कमीशन खाकर महंगाई न बढ़ाएँ

- मप्र को भाजपाई भ्रष्टाचार का मॉडल न बनाएँ

आज जब जनता का भाजपा पर ही विश्वास नहीं रहा है तो उसके घोषणापत्र पर क्या होगा।

भाजपा को ‘सुझाव पेटी’ की जगह जनता की समस्याओं के समाधान के लिए ‘सुलझाव पेटी’ लानी चाहिए, लेकिन भाजपा ऐसा नहीं करेगी क्योंकि लोगों को फ़ालतू के मुद्दों में उलझाये रखने – गुमराह करने में ही वो अपनी राजनीतिक सफलता मानती है।

भाजपा याद रखे, न काठ की हांडी बार-बार चढ़ती है, न ‘भेड़िया आया-भेड़िया आया’ की कहानी हर बार चलती है।

भाजपा का घोषणापत्र हर बार जुमलों का झुनझुना साबित होता है।

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