Minister Sisodia: सिसोदिया ने किया आरोपों का खंडन बोले ,कांग्रेस के पास नही कोई काम

भोपाल । मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर प्रहार करने से चूक नहीं रही है। इसी क्रम में कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया पर आरोप लगाया था कि उन्होंने केंद्र से आदिवासी अप योजना में आदिवासी वर्ग के जनप्रतिनिधियों के परीक्षण के लिए मिले 8 करोड़ 42 लाख की राशि में भ्रष्टाचार किया है।
अब इसका जवाब देते हुए पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के पास कोई काम नहीं बचा है ।कांग्रेस चरित्र हरण की राजनीति में लगी हुई है ।मुझ पर और मेरे विभाग पर जो आरोप लगाए गए हैं मैं उसका खंडन करता हूं।
कांग्रेस ने क्या लगाया था आरोप
कांग्रेस आरटीआई प्रकोष्ठ के प्रदेश पुनीत टंडन, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया और मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया पर पंचायत राज प्रतिनिधियों की ट्रेनिंग के पैसों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाकर उन्हें भ्रष्टाचारी कहा है ।
कांग्रेस के इन नेताओं ने महेंद्र सिंह सिसोदिया पर आरोप लगाते हुए आगे कहा है कि केंद्र सरकार की जनजातिया कार्य मंत्रालय ने साल 2019 के लिए जो राशि दी थी। उसमें मंत्री जी ने बड़ा भ्रष्टाचार किया है। आगे कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि यह यह राशि सिर्फ उन प्रतिनिधियों की ट्रेनिंग के लिए थी जो आदिवासी थे। लेकिन मंत्री जी ने इस राशि को गैर आदिवासियों को भी जारी कर दिया ।जिससे आदिवासियों की ट्रेनिंग के बजट को ठिकाने लगाया गया।
जो भी आरोप लगाए गए हैं मैं उसका खंडन करता हूं
प्रदेश भाजपा कार्यालय के मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महेंद्र सिंह सिसोदिया ने अपना पक्ष रखा और कहा कि बीते दिन कांग्रेस पार्टी ने मुझ पर और मेरी पार्टी पर कई आरोप लगाए हैं। कांग्रेस पार्टी के पास कुछ काम नहीं बचा है ।वह सिर्फ चरित्र हनन करते हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता को बता दूं पूर्व में भी उनके द्वारा कई नेताओं की मानहानि की गई है। उन्हें कई मामलों में मानहानि के लिए सजा मिली है ।मुझ पर और मेरे विवाद पर जो भी आरोप लगाए गए हैं मैं उसका खंडन करता हूं।
सिसोदिया ने कहा केंद्र की आदिवासी विभाग योजना से अनुसूचित जनजाति बच्चों की ट्रेनिंग के लिए पैसा मिलता है। उसके लिए SIRD हमारी एक ऑटोनोमस संस्था है। एसीएस पीएस उसके सचिव होते हैं। ट्राइबल विभाग ने SIRD के प्रस्ताव पर अनुमति दी। इसमे शर्त यह थी कि पैसा एरिया में ट्रेनिंग की जाए।
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