MP Weather News : मानसून फिर से ‘मेहरबान’, 25 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

भोपाल। प्रदेश में डेढ़ महीने के ब्रेक के बाद एक बार फिर मानसून मेहरबान हो गया है। जिससे बैतूल, खंडवा, जबलपुर, खरगौन, खजुराहो में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में शुक्रवार को मूसलाधार बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश 2.7 इंच बैतूल में दर्ज की गई है। मानसून के सक्रिय होने से कुछ शहरों में नदी-नाले उफान पर आ गए है। शनिवार को प्रदेश के एक दर्जन जिलों में तेज बारिश के आसार हैं।
अब तक औसत 21.62 इंच बारिश हुई
जुलाई से लेकर पूरा अगस्त बगैर बारिश के गुजर गया। इस कारण मध्यप्रदेश में सूखे की स्थिति बनने लगी थी। बरगी बांध, इंदिरा सागर बांध, तवा डैम जैसे बड़े बांध खाली रह गए। राजधानी में अब तक औसत 21.62 इंच बारिश हुई है, जबकि 33.71 इंच बारिश होनी चाहिए थी। इस हिसाब से 64 फीसदी बारिश ही हुई है। 36 फीसदी बारिश कम होने से जलस्रोत भर नहीं सके हैं। मानसून की मेहरबानी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि प्रदेश में महाकाल महाराज की कृपा हुई है। मुझे उम्मीद है कि जो बारिश इस समय पूरे प्रदेश में हो रही है वो फसलों को नया जीवन दे रही है, लेकिन मैंने कहा था कि कोई संकट अगर आ गया तो चिंता मत करना, संकट के पार निकालकर ले जाऊंगा। यह मेरी प्रतिबद्धता है।
इन जिलों में आज तेज बारिश का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि शनिवार को मौसम का सिस्टम सक्रिय होने से शनिवार को प्रदेश के खरगोन, बड़वानी, देवास, इंदौर, जबलपुर, कटनी, विदिशा, रायसेन, सीहोर, बुरहानपुर, झाबुआ, धार, उज्जैन में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यह सिस्टम अगले दो दिन सक्रिय रहेगा, इसके बाद सिस्टम कमजोर पड़ने से रुक-रुककर बारिश शुरु हो जाएगी।
इंदौर में डेढ़ इंच बारिश
इंदौर में पिछले 24 घंटे में डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई है। अब बारिश होने से किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं। खेतों में सूख रही सोयाबीन के साथ ही अन्य फसलों को अच्छा पानी मिल रहा है। यह पानी रबी की फसल में काफी लाभदायक होगा।
खंडवा-जबलपुर में एक-एक इंच बारिश
खंडवा, जबलपुर में एक-एक इंच बारिश दर्ज की गई। खरगोन, खजुराहो और धार में आधा इंच बारिश दर्ज की गई। भोपाल, इंदौर, पचमढ़ी, सतना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, उज्जैन, मंडला और सिवनी जिले में तेज बारिश हुई।
अब भी खाली हैं भोपाल के जल स्रोत
भोपाल जिले में सामान्य से 71 फीसदी कम बारिश हुई है। शहर में पिछले चौबीस घंटों में 6.3 मिमी बारिश दर्ज हुई। पर्याप्त बारिश नहीं होने से भोपाल के जल स्रोत अब भी खाली हैं। कोलार डैम को छोड़कर बड़ा तालाब, कलियासोत और कैरवा डैम जलस्रोत नहीं भर पाए हैं। इन्हीं जल स्रोतों से भोपाल शहर की 70 फीसदी आबादी को पीने का पानी मिलता है।
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