MP Weather Report : मप्र के ज्यादातर जिलों में बारिश का सामान्य कोटा पूरा होने के आसार नहीं

भोपाल। अभी बारिश के अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं। अगस्त में भोपाल सहित पश्चिमी मध्यप्रदेश में बारिश में काफी कमी रहेगी, जबकि पूर्वी मप्र में कल के बाद आने वाले सिस्टम से कुछ बारिश का कुछ कोटा पूरा होने की उम्मीद है। बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम बना है, जो अभी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में है। यह गुरुवार को लो प्रेशर एरिया में बदलेगा, जिससे शुक्रवार से शनिवार के बीच पूर्वी मप्र में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। मौसम केंद्र के अनुसार अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, बैतूल, हरदा, खंडवा, अलीराजपुर, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर सहित करीब डेढ़ दर्जन जिलों में गुरुवार शाम तक गरज-चमक के साथ मामूली बारिश होगी। भोपाल सहित अन्य जिलों में बादल छाए रहेंगे। बीच-बीच में बौछारें पड़ेंगी।
अगस्त में बारिश के अच्छे संकेत नहीं
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार बंगाल की खाड़ी में अभी जो सिस्टम बना है, उससे प्रदेशभर में बारिश की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक के संकेत अब अच्छी बारिश के नहीं दिख रहे हैं। खाड़ी में सिस्टम गुरुवार को लो प्रेशर एरिया में बदलेगा, जो झारखंड में आते-आते खत्म हो सकता है। इससे पूर्वी मप्र में बारिश का औसत पूरा पूरा या उससे के आसपास तक पहुंच सकता है।लेकिन भोपाल सहित पश्चिमी मप्र के ज्यादातर जिलों में बारिश सामान्य कोटा पूरा होने की उम्मीद अब बहुत कम है।
भोपाल में 6 दिन में 60 मिमी बारिश भी नहीं
अगस्त में आधा से अधिक महीना बीत चुका है। अब तक भोपाल में सामान्य तौर पर कुल 8 दिनों में 250 मिमी के करीब बारिश होनी थी, जबकि बारिश अभी कुल करीब 6 दिन में 60 मिमी का भी आंकड़ा पार नहीं कर सकी है। भोपाल में पूरे अगस्त में करीब 14 दिन के दौरान औसतन 326 मिमी बारिश होती है। लेकिन अब पूरे महीने में यहां 150 मिमी का आंकड़ा भी पार करने की उम्मीद नहीं है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS