MP Weather Update : जुलाई के अंत तक भी आधा प्रदेश ‘प्यासा’ अगस्त में भी आधा महीना निकलेगा सूखा

MP Weather Update : जुलाई के अंत तक भी आधा प्रदेश ‘प्यासा’ अगस्त में भी आधा महीना निकलेगा सूखा
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मानसून आने के बाद से अब तक करीब डेढ़ महीना बीते चुका है, लेकिन प्रदेश में बारिश के आंकड़े अभी कमजोर हैं। जुलाई के अंतिम दिन तक पूर्वी मध्य प्रदेश के जहां 16 से ज्यादा जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है, जबकि पश्चिमी मप्र में 8 से अधिक जिलों में अभी भी कम बारिश हुई है।

भोपाल। मानसून आने के बाद से अब तक करीब डेढ़ महीना बीते चुका है, लेकिन प्रदेश में बारिश के आंकड़े अभी कमजोर हैं। जुलाई के अंतिम दिन तक पूर्वी मध्य प्रदेश के जहां 16 से ज्यादा जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है, जबकि पश्चिमी मप्र में 8 से अधिक जिलों में अभी भी कम बारिश हुई है। प्रदेश के 24 से ज्यादा जिलों में बारिश के आंकड़े जुलाई बीतने के बाद भी कमतर दर्ज हुए हैं। प्रदेश के 25 से अधिक जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। अनूपपुर और धार में सामान्य बारिश रही। अगस्त में भी लगभग आधा महीना पश्चिमी मप्र में काफी कम बारिश के साथ बीतेगा, जबकि पूर्वी में कुछ बारिश होती रहेगी। मौसम केंद्र के अनुसार अभी कुछ जिलों में भारी से तेज बारिश होगी। मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार अभी प्रदेश में कोई प्रभावी सिस्टम नहीं होने से पश्चिमी मप्र में बहुत कम और पूर्वी में मामूली बारिश होगी। यह क्रम अगले 15 दिन तक चल सकता है।

प्रदेश: ये रहा अब तक बारिश का हाल

31 जुलाई तक जारी आंकड़ों के अनुसार पूर्वी मप्र के सिवनी में सर्वाधिक 690.4 मिमी बारिश हुई है। यह सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक है। यहां जुलाई के अंत तक सामान्य तौर पर 531.1 मिमी बारिश होती है। इसके अलावा बालाघाट, छतरपुर, दमोह, डिंडौरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, पन्ना, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया में भी सामान्य से औसतन 20 प्रतिशत तक कम बारिश हुई है। इनमें सतना में सबसे कम 223.9 मिमी बारिश हुई, जो नॉर्मल से 49 फीसदी कम है। इधर,पश्चिमी मप्र के अशोकनगर, भोपाल, दतिया, गुना, ग्वालियर, खंडवा, खरगौन, मंदसौर में भी सामान्य से औसतन 13 प्रतिशत तक कम बारिश दर्ज हुई है। पश्चिमी मप्र में सबसे कम बारिश अशोकनगर में 273.8 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 34 प्रतिशत तक कम है। यहां सामान्य तौर पर जुलाई के अंत तक 414.3 मिमी बारिश होती है। पश्चिमी मप्र में सर्वाधिक बारिश इंदौर में 673.2 मिमी बारिश रही, जो सामान्य से 64 प्रतिशत अधिक है। यहां नॉर्मली 410 मिमी बारिश जुलाई अंत तक दर्ज होती है।

भोपाल में सामान्य से 12 फीसदी कम बारिश

राजधानी में मानसून आने के 41 दिन से ज्यादा बीतने के बावजूद अब तक कुल 411 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 12 प्रतिशत कम है। यहां मानसून के बाद अब कुल 411 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य तौर पर 467.6 मिमी बारिश होती है। शहर में एक जून से 31 जुलाई तक कुल 481.8 मिमी बारिश हुई, जो नॉर्मल से 36.8 मिमी कम है।

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