MP को दोबारा मिलेगी टाइगर रिजर्व की सौगात, इस स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर होगा प्रदेश का 7वां टाइगर रिजर्व

भोपाल : बाघ के लिए मध्यप्रदेश टाइगर रिजर्व पूरी दुनिया में चर्चित है। प्रदेश में ऐसे कोई सारे रिजर्व है जो मध्यप्रदेश की शान को बढ़ता है। इसी कड़ी में अब जल्द ही प्रदेश को एक और टाइगर रिजर्व की सौगात मिलने वाली है। जिसको लेकर काम चालू हो गया है। मप्र में सातवां और देश का 54वां टाइगर रिजर्व वीरांगना दुर्गावती के नाम पर होगा। दमोह-सागर जिलों के बीच यह 2339 वर्ग किमी में बनेगा, जो आकार में प्रदेश में सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व होगा। इसमें 1414 वर्ग किमी का कोर क्षेत्र और 925.12 वर्ग किमी का बफर क्षेत्र होगा।
नौरादेही और दुर्गावती सेंचुरी को मिलाकर बनेगा सातवें टाइगर रिजर्व
केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की मंजूरी के बाद नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने भी मप्र में नौरादेही और वीरांगना दुर्गावती सेंचुरी को मिलाकर सातवें टाइगर रिजर्व के गठन को अपनी सहमति दे दी है। बता दें कि अभी नौरादेही अभयारण्य करीब 1200 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. लेकिन नए प्रस्ताव में दमोह में आने वाले रानी दुर्गावती अभयारण्य को भी इससे जोड़ा जाएगा, जिसके बाद इसका एरिया करीब 1500 वर्ग किलोमीटर का हो जाएगा।
मध्य प्रदेश में पूरे देश में सबसे ज्यादा नेशनल पार्क्स
मध्य प्रदेश में पूरे देश में सबसे ज्यादा नेशनल पार्क्स हैं और इन नेशनल पार्क में आपको तरह-तरह के जंगली जानवर देखने को मिल जाएंगे। मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान में कई बाघ हैं। यही कारण है कि पिछले साल मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला था। बता दें कि अभी नौरादेही अभयारण्य में 10 से अधिक बाघ हैं। नौरादेही को टाइगर रिजर्व के रूप में विकसित करने के लिए कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही मप्र वन विभाग ने राज्य सरकार को टाइगर रिजर्व के नोटिफिकेशन का प्रस्ताव भेज दिया है। अगले महीने 29 जुलाई को वर्ल्ड टाइगर डे से पहले यह अस्तित्व में आ जाएगा।
29 जुलाई को टाइगर डे मनाया जाता है
हर साल दुनिया भर में 29 जुलाई को टाइगर डे मनाया जाता है, इस दिन का उद्देश्य लोगों को बाघों के सामने आने वाले खतरों और समस्याओं से अवगत करवाना है। पृथ्वी पर बहुत ही तेजी से जंगल कम हो रहे हैं जिस वजह से जानवर बेघर हो रहे हैं। दिन प्रतिदिन जंगलों के खत्म होने के कारण टाइगर की इनलीगल ट्रेडिंग पूरी दुनिया में बहुत तेजी से बढ़ी है। जिस वजह से पूरी दुनिया में टाइगर कन्वर्शन के लिए इंटरनेशनल टाइगर डे मनाया जाता है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS